Sudarshan Chakra Maran Mantra Sadhana

Sudarshan Chakra Maran Mantra Sadhana

सुदर्शन चक्र मारण मंत्र साधना, सामान्य जीवन कई तरह के उतार-चढ़ावों से भरा हुआ है। बाधाओं को दूर करते हुए कर्म पथ पर चलते रहना ही जीवन का मूल मंत्र है। यदि आप इनसे निपटने के लिए किसी अज्ञात शक्ति की कामना करते हैं, तो वह है सुदर्शन चक्र मारण मंत्र। इसकी साधना और मंत्र प्रयोग से हर मुश्किलों को दूर किया जा सकता है।

सुदर्शन चक्र मारण मंत्र साधना

असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। जीवन में सकारात्मक पक्ष को जागृत कर नकारत्मकता को खत्म किया जा सकता है। सुदर्शन चक्र भगवान विष्णु का एक शक्तिशालि हथियार है, जिसमें दिव्य शक्ति छिपी है और इसका प्रहार अचूक होता है। विशेष बात यह कि बुराईयों का नाशकर वापस लौट आता है। इस चक्र में कुल 108 दांतें बनी होती हैं और भगवान विष्णु के दाहिने हाथ की शोभा बढ़ाती हैं।

चक्र की दिव्यता के पीछे छिपा एक विशेष मंत्र की भावना है, जिसकी सधाना से व्यक्ति अपने दुखों, रोगों और दुश्मनों का संहार कर सकता है। इस मंत्र के नियमित जाप करने भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है यानी कि व्यक्ति दैविय आभा से प्रभावित हो जाता है। वह मंत्र इस प्रकार हैः-

ओम श्रीं हीं क्लीं, कृष्णाय गोविंदाय, गोपीजन वल्लभाय!
पराया परम पुरुषाय परमात्माने, पराकर्म मंत्रयंत्रौषद्यस्त्रशस्त्राणि!!
औषधा विषा आभिखरा अस्त्र शस्त्राणि, संहारा संहारा मृत्युर मचाया मचाया!
ओम नमो भगवते महा सुदर्शनाय हूं भट!
दीप्तरए ज्वाला परीतय, सर्वे विक्षोभना कराया
हूं पहात पारा ब्रह्मणी परम ज्योतिषी स्वाहा!
ओम नमो भगवती सुदर्शनाय, ओम नमो भगवती महासुदर्शनाय!
म्हा चकराया माहा ज्वालाय, सर्व रोग प्रशमनया, कर्मा बंधा विमोचनाया,
पदाधि मास्था पर्यंत , वादा जनित रोगों, पिता जनित रोगों, दाठु सनकालीकोठ भाव
नाना विकारे रोगों नासाय नासाय, परसमय परसमय आरोगियां देहि देहि!
ओम सहस सरा हम पहात स्वः श्रीसुदर्शन चक्र विद्या!!

हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सुदर्शन मंत्र के नियमित जाप से भगवान विष्णु को प्रसन्न किया जा सकता है। किसी खास बाधा से छुटकारा पाने के लिए एक पंक्ति के मंत्र का 108 बार जाप सूर्योदय पूर्व स्नान आदि के बाद किया जाना चाहिए। इससे पहले इसे मारण और धारदार बनाने के लिए पूरे मंत्र का विधि-विधान से साधना करना भी आवश्यक है। साधना आरंभ करने का समय रात्रिकाल है।

सफेद परिधान में असान पर बैठें ओर सामान्य पूजन के साथ भगवान गणपति मंत्र का एक माला जाप करें। मत्र जाप की कुल संख्या 11,000 है, जिसे अपनी क्षमता के अनुसार सात या 11 दिनों में पूर किया जाना चाहिए। यानि कि प्रतिदिन 11 माला के जाप से इस साधना को पूर्ण किया जा सकता है। हर दिन इसका समापन होने पर भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र का ध्यान निम्नलिखित मंत्र से किया जाना चाहिए।

ओम सुदर्शनं महावेगं गोविंदस्य प्रियायुधम्, ज्वलत्पावकसाड्ाकाशं सर्वशत्रुविनाशनम््!
कृष्णप्राप्तिकरं शश्वद्भक्तानां भयभंजनम्, साड्ंग्रामे जयदं तस्माद््ध्यायेद्देवं सुदर्शनमं!!

इस मंत्र के स्मरण के बाद रूद्राक्ष की एक माला से निम्न सुदर्शन रक्षा कवच का जाप किया जाना चाहिए। साधान संपन्न होने तक रूद्राक्ष की माल धारण किए रहना चाहिए।

ओम सुदर्शन चक्राय शीघ्र आगच्छ मम् सर्वत्र रक्षय-रक्षय स्वाहा!!

साधना के ग्यारह दिनों के बाद आनेवाले ग्रहण काल के समय एकबार फिर से मंत्र का 11 बार जाप करना चाहिए। इसकी पूर्णाहुति 1008 हवन की आहूतियों से की जाती है। इस मंत्र के कुछ मारण प्रयोग इस प्रकार हो सकते हैंः-

रोग निवारणः

लंबे समय से चले आ रोग को दूर करने के लिए भगवान विष्णु या भगवान दत्तात्रेय की तस्वीर के सामने समान्य पूजन के बाद सुदर्शन चक्र मारण मंत्र का रूद्राक्ष की माला से 108 बार जाप करें। जाप से पहले श्रीसुदर्शन चक्र का पूजन किया जाना चाहिए।

सुदर्शन चक्र मारण मंत्र साधना

पूजन विधिः श्रीसुदर्शन चक्र के पास छोटे से कलश में जल रखें। गाय के घी का दीपक जलाएं। सुगंधित धूप दिखाएं और सफेद नैवेद्य से भोग लगाएं। जैसे दूध-चीनी, खीर, दही, कलाकंद आदि। सफेद फूल चढ़ाएं। पूजन के बाद रोग निवारण के लिए विधिवत संकल्प लेते हुए जल छोड़ें। उसके बाद श्रीसुदर्शन चर्क को हाथ में लेकर 3, 7, 11 या 18 बार सुदर्शन मंत्र का जाप करें। इस तरह से कलश में रखा जल अभिमंत्रित हो जात है। उसका रोगी के आसपास छिड़काव कर दें। इस विधि से औषधियों को भी अभिमंत्रित किया जा सकता है।

बाधा मुक्ति और सुरक्षा

कामकाज या कारोबार में आने वाली बाधा या फिर दुश्मनों से सुरक्षा के लिए श्रीसुदर्शन चक्र मंत्र का प्रयोग किया जाता है। वैसे इस प्रयोग से गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति की भी रक्षा होती है। इसे कभी भी, किसी भी समय किया जा सकता है। इसके लिए किसी शुभ दिन या शुभ मुहूर्त तय करने की जरूरत नहीं होती है। फिर भी प्रातः सामान्य पूजन के समय इसका प्रयोग किया जाना चाहिए। शुरूआत श्रीसुदर्शन चक्र के विधिवत पूजन से करनी चाहिए।

यह पूजा रोग निवारण पूजन विधि की तरह होती है। उसके बाद श्रीसुदर्शन चक्र को दाहिने हाथ में लेकर श्रीसुदर्शन चक्र मंत्र का 18 बार जाप करना चाहिए। जाप के बाद चक्र को भगवान विष्णु की तस्वीर या मूर्ति के पास तीन दिनों तक रहने दें। इसके सकारात्मक परिणाम पहले दिन से दिख सकते हैं। तीनों के बाद उस चक्र को गले में धारण कर लेना चाहिए।

विशेषः सुदर्शन चक्र मारण मंत्र के संबंध में कई विधि-विधान और तरीके बताए गए हैं। इसलिए इसके अनुष्ठान को किसी गुरु के मार्गदर्शन में करने की सलाह दी जाती है। यह भारत की कुछ दुर्लभ विद्याओं मे से एक है। कुछ आवश्यक तथ्य इस प्रकार हैंः-

  • इस मंत्र की साधना भगवान विष्णु को प्रसन्न करने से ही पूर्ण होती है। इसके लिए सफेद रंग का विशेष महत्व होता है। एक खास मंत्र से भगवान विष्णु और उनके सुदर्शन चक्र का ध्यान किया जाता है
  • इसकी साधना किसी को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से नहीं किया जाना चाहिए।
  • इस साधना को दूसरों की रक्षा के लिए किया जाता है, विशेषकर असाध्य रोग से ग्रसित बीमार व्यक्ति के लिए किया जाता है। इसक लिए खास विनियोग मंत्र दिए गए हैं।
  • प्रयोग के दौरान मंत्र का जाप कम से कम 18 और अधिक से अधिक 108 बार किया जाना चाहिए
  • जाप का श्रेष्ठ समय ब्रह्म-मुहूर्त होता है। साधना के लिए पूरे मंत्र का जाप करने में पांच से छह घंटे का समय लग सकता है। जिसे एक बैठक मंे ही पूरा किया जाना चाहिए। इस दौरान भगवान विष्णु या श्रीकृष्ण या फिर भगवान दत्तात्रेय की तस्वीर सामने रखनी चाहिए।
Tricks to convince parents for love marriage

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प्यार शादी के लिए माता पिता को समझाने के टोटके, आज हम जिस युग में रह रहे हैं उस युग को हम मॉडर्न युग के नाम से जानते हैं यानि कि आधुनिक युग के नाम से जाना जाता है हमारे वर्तमान समाज को। इस आधुनिक युग में रहने वाले हम सभी लोग खुद को मॉडर्न विचारधारा वाला मानते हैं मगर जब भी बात आधुनिक सोच की आती है। तब सबकी सोच वहीं हमारे पुरखों की तरह पुरानी हो जाती है और सामने वाले को समझ नहीं आता क्या किया जाएं जिससे पुराने सोच सचमुच खत्म हो।

प्यार शादी के लिए माता पिता को समझाने के टोटके

आप सोच रहे होंगे कि आज हम आपको अचानक से आधुनिकता के ऊपर क्यों बता रहे हैं? हम आपको इसलिए आज आधुनिकता के ऊपर बता रहे हैं क्योंकि आज दुनिया भर में बहुत से ऐसे बच्चे हैं जो अपने माता पिता के विचार धाराओं से बिल्कुल तंग आ चुके हैं उनके माता-पिता उनको आधुनिकता वाले समाज की सारी सुख सुविधाएं प्रदान तो करते हैं। लेकिन वास्तव में जब उन्हें आधुनिक विचार देने होते हैं तब वह ऐसे बातें करते हैं जैसे वह आधुनिक समाज में नहीं बल्कि 200 साल पुराने किसी समाज में रहते हैं।

आज हम उस विषय पर बात करेंगे जिस विषय को लेकर अक्सर लोग चिंतित रहते है। खासकर की युवा। आज का हमारा विषय है कि अपने माता पिता को किस तरह प्यार की शादी के लिए मनाया जाए टोटके के जरिए।

अगर आप भी उन्हीं बच्चों में से एक है जिनके माता-पिता प्रेम विवाह के लिए बिल्कुल भी राजी नहीं होते हैं और अपनी जिद पर अड़े रहते हैं कि नहीं हम तुम्हें प्रेम विवाह करने नहीं देंगे। हम तुम्हारा विवाह उसी लड़के से या उसी लड़की से करवाएंगे जिसे हमने पसंद किया है। तो आप बिल्कुल भी चिंतित न हो क्योंकि आज हम इसी विषय पर ही टोटका लेकर आए हैं कि कैसे आप अपने माता पिता को टोटके के माध्यम से मनाएंगे प्रेम विवाह के लिए।

बस आप ध्यान पूर्वक हमारे द्वारा उपलब्ध कराए गए टोटके को पढ़िए और इस टोटके का अनुकरण करके अपने जीवन में अपनाएं आपके माता-पिता बिल्कुल मान जाएंगे प्रेम विवाह के लिए और आप का विवाह उसी व्यक्ति के साथ होगा जिस व्यक्ति के साथ आप दिन रात सोने-जागने, उठने-बैठने के सपने देखते हैं एवं साथ रहने का ख्वाब सजाते हैं।

आइए जानते हैं वह टोटके जिसके माध्यम से आप अपने माता पिता को प्रेम विवाह के लिए मना सकते हैं:-

दोस्तों आप किसी से बेइंतहा मोहब्बत करते हैं और आपने बिल्कुल अपना मन बना लिया है कि आप उसी व्यक्ति से शादी करेंगे जिससे आप प्यार करते हैं तो बिल्कुल कीजिए इसमें कोई गुनाह नहीं है। मगर इस प्रेम संबंध के बीच में आपके माता-पिता आपत्ति जता रहे हैं। आपके लाख कोशिश करने के बावजूद भी वह मान नहीं रहे हैं।

तो आप चिंता मत कीजिए बस वही काम कीजिए जो हम आपको आज के टोटके में बताने जा रहे हैं। आपको एक काला कपड़ा, मिट्टी का पुतला, लाल धागा, अक्षत, लकड़ियां, 5 काली मिर्च, नमक एवं नारियल की आवश्यकता होगी।

आप जमीन पर काले कपड़े को बिछा लीजिए, फिर मिट्टी के पुतले पर लाल रंग के धागे को बांध दिजिए, पुतले पर धागा बांधने के बाद आप अपने बाएं हाथ पर भी लाल धागा बांध लीजिए, उसके बाद पुतले के सामने आप नारियल को रख दीजिए अब मिट्टी के पुतले के माथे पर पांच काली मिर्चियों के दाने को रख दीजिए। इसके बाद आपको लकड़ियों में आग जलानी होगी।

अब आप अपने एक हाथ में नमक को लीजिए और दूसरे हाथ में अक्षत को और 108 बार इस मंत्र का जाप कीजिए:–

ॐ एआईएम ह्रीम कलीम कालिके ‘सरवन’ मम वषयं
कुरु, कुरु सरवन कमान मैं साध्य साध्य स्वाहा

  • अब जलाई हुई लकड़ी के आप 7 बार परिक्रमा कीजिए। परिक्रमा करने के बाद आप आधे हाथ के अक्षत को आग में डाल दीजिए तथा आधा अपने हाथ में रख लिजिए और अपने दूसरे हाथ में रखे नमक को पुतले के ऊपर डाल दीजिए और आधा अपने पास रखें।
  • इसके बाद आप अपने दोनों हाथों में मौजूद नमक और अक्षत को काले कपड़े में बांधकर रखिए और इन सामग्री को किसी बहते हुए पानी में फेंक दीजिए।
  • आप दो-तीन दिन के अंदर यह देख पाएंगे की आपके माता-पिता आपके प्रेम विवाह के लिए अपने आप राजी हो जाएंगे और खुद ही वह अपनी पुरानी विचारधाराओं को भूल जाएंगे और सब कुछ आधुनिक तरीके से आधुनिक विचारधारा के माध्यम से ही आप का विवाह संपन्न करवाएंगे।
  • हम आपको एक और बात बता दें यह टोटका आपको मंगलवार के दिन करना है। किसी और अन्य दिन को नहीं। अगर आप स्त्री हैं तो हम आपको बता दें कि हैं यह टोटका आप अपने मासिक के दिनों में नहीं कर सकते हैं। यह टोटका आपको एक बार ही करना है दो बार नहीं।
  • दिए गए मंत्र का उच्चारण आप को सही ढंग से ही करना है । थोड़ी सी भी भूल, थोड़ी सी भी त्रुटी आपका यह टोटका समाप्त कर सकती है ।
  • आपको उचित परिणाम नहीं देगी और जहां तक हमने आपको बताया है कि टोटका आप एक बार ही अपना सकते हैं तो इसलिए आपको यह टोटका बिल्कुल सावधानी से अपनानी होगी, सावधानी से करनी होगी वह भी तमाम बातों को ध्यान में रखकर।
  • हमने आपको एक मिट्टी का पुतला बनाने के लिए कहा है । यह पुतला आप खुद बनाएंगे मिट्टी से जैसा आप बना सकते हैं वैसे। आपको किसी और के द्वारा पुतला नहीं बनाना है।
  • इससे आपके माता-पिता जल्दी मान भी जाएंगे और आपका प्रेम विवाह भी अच्छे से आसानी से संपन्न होगा बिना किसी रोक-टोक के बिना किसी परेशानी के।
  • इसलिए टोटके को आप ध्यान से किजिएगा अगर माता-पिता को राजी करवाना चाहते हैं अपने प्रेम विवाह के लिए।
  • इसके अलावा गाय को प्रतिदिन कुछ ना कुछ खिलाएं। अगर संभव हो तो रोज गुड़ खिलाएं।
  • गुरुवार के दिन नहाते वक्त पानी में थोड़ा सा हल्दी मिलाकर नहाए।
  • जब तक आपके माता-पिता प्रेम विवाह के लिए नहीं मान जाते हैं तब तक ज्यादा से ज्यादा कोशिश करें पीला वस्त्र का दान किसी को करने का एवं खुद पीले वस्त्र पहनने की कोशिश कीजिए।
Remedy to prove Vashikaran Mantra

Remedy to prove Vashikaran Mantra

वशीकरण मंत्र सिद्ध करने का उपाय, दोस्तों आज तक हमने आपको बहुत सारे वशीकरण मंत्रों के बारे में बताया है लेकिन आज हम वशीकरण मंत्र सिद्ध करने के उपाय के बारे में आप सबको बताने जा रहे हैं अगर आप वशीकरण के मामले में कुछ बातें जाना चाहते तो आप बिल्कुल सही स्थान पर है क्योंकि आज हम आपको इसी विषय पर बताने जा रहे कि किस तरह वशीकरण मंत्र सिद्ध होता है उसके उपाय आप से हम बात करेंगे।

कोई मंत्र कैसे सफलता देता है, इन सबके बारे में हम आपसे चर्चा करेंगे। कोई बोलता है कि 51 बार जपने से सफल होता है तो कोई बोलता है कि सवा लाख बार जपने पर सफलता मिलती है। इन सारे सवालों का जवाब हम आपको देंगे।

वशीकरण मंत्र सिद्ध करने का उपाय

दुनिया तेजी से आगे बढ़ रही है और हमारे जीवन से हमारी उम्मीदें बदल गई हैं। हम अब अधिक करियर ओरिएंटेड हैं, बाधाओं को हराने और उद्यमी बनने की कोशिश करते हैं, और हम जो भी करते हैं उसमें सफलता के लिए प्रयास करते हैं। लेकिन जो हमारी व्यावसायिक सफलता को परिभाषित करता है वह विशुद्ध रूप से व्यक्तिपरक है जिसे हम जीवन में होने की आकांक्षा रखते हैं।

यह सिर्फ पैसे का भार हो सकता है, या एक वैश्विक दिग्गज के साथ काम करने के लिए, अपना खुद का व्यवसाय हो सकता है, एक आईएएस अधिकारी, डॉक्टर, प्रसिद्ध फोटोग्राफर, नर्तक और इतने पर। लेकिन कोई भी पेशा अपने साथ एक गारंटीकृत सफलता नहीं लाता है जब तक कि आप सही फॉर्मूला नहीं अपनाते हैं।

तो एक सफल पेशेवर जीवन के लिए क्या करना होगा? बहुत ज्यादा नहीं! आइए हम उन 10 त्वरित मंत्रों पर एक नज़र डालें जो पेशेवर सफलता के लिए आपके भवन निर्माण के चरण हो सकते हैं।

  • सफल होने का फैसला:– सफलता उन्हीं को मिलती है जो सपने देखने की हिम्मत करते हैं, ऐसे लोगों को जो वास्तव में सफल होना चाहते हैं। यह उन लोगों के दरवाजे खटखटाने नहीं आता है जो केवल चीजों के होने का इंतजार करते हैं। सफलता का कोई मंत्र नहीं है, इसलिए यदि आप इसे चाहते हैं, तो इसे प्राप्त करें।
  • साहसी बनो:–सफलता आसान नहीं आती। यदि जीवन आपको चुनौती देता है, तो कठिन संघर्ष करें। अपनी महत्वाकांक्षा को प्राप्त करने के लिए आप कई बार असफल हो सकते हैं। लेकिन असफलता को कभी खत्म न होने दें क्योंकि हर सुरंग के अंत में हमेशा प्रकाश होता है।
  • अपनी पदोन्नति की योजना बनाएं और निष्पादित करें—आपका करियर आपके हाथ में है। सबसे अच्छा कैरियर का नक्शा केवल आपके द्वारा ही आपके लिए बनाया जा सकता है। स्मार्ट कार्य, समय प्रबंधन, और आपके प्रयासों की दृश्यता एक अच्छी करियर योजना की आवश्यक कुंजी है। एक प्रबंधक अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपने अधीन लोगों को सर्वोत्तम सुविधा प्रदान कर सकता है, लेकिन यह एक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह एक कैरियर योजना का मसौदा तैयार करे और उस पर अमल करे।
  • पुश-पुल सिद्धांत—किसी भी संगठन में बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका प्रबंधक को ऊपर की तरफ बढ़ने के लिए मजबूर करना है। यदि आप पंक्ति में हैं, तो प्रबंधक का प्रचार आपके प्रचार में बदल सकता है। एक प्रबंधक इस प्रकार आपको एक नए उम्मीदवार को नियुक्त करने के बजाय खींच सकता है। आपके समूह में किसी की सफलता को प्रतिबंधित करने की कोशिश केवल टीम के सदस्यों के भीतर ही घर्षण को जन्म देगी। तो, अगर किसी को कॉर्पोरेट सीढ़ी को बड़ा करना है, तो यह आपको, आपके नेतृत्व या आपके प्रबंधक को होना चाहिए।

दोस्तों तीन तरीके के मंत्री होते हैं—

वैदिक मंत्र तांत्रिक मंत्र शाबर मंत्र

इन तीनों मंत्रों में सबसे जल्दी सफलता शाबर मंत्रो से मिलता है। तंत्र एवं वैदिक मंत्रों में सफलता थोड़े देर से मिलता है। तंत्र के मंत्र से बहुत ग़लत परिणाम भी मिलता है अगर आप तंत्र का प्रयोग किसी गलत उद्देश्य से करते हैं तो आपको सजा अवश्य मिलेगा।

रही बात वैदिक मंत्रों की तो एक बार यदि यह मंत्र सफलता देता है तो इसका असर कभी भी समाप्त नहीं होगा। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। भगवान शिव को समर्पित मंत्रों का जप हमें परेशानियों को दूर करने में मदद करता है।

शिव मंत्र हैं, जो जीवन से दुख, बीमारियों और परेशानियों को दूर करने के लिए जपे जाते हैं। वह विनाश का देवता है और दया का प्रतीक भी। वह भक्तों को मोक्ष प्रदान करता है, मतलब वह भक्तों को जन्म और मृत्यु के चक्र से छुटकारा दिलाता है। भगवान शिव के इन शक्तिशाली मंत्रों के उच्चारण से आप कुछ भी प्राप्त कर सकते हैं।

मंत्र छात्रों के लिए भी फायदेमंद है और उन्हें ध्यान और एकाग्रता बनाने में मदद करता है ताकि वे अपनी पढ़ाई में अच्छे अंक प्राप्त कर सकें। यह उनके दिमाग को तेज करने और उन्हें अधिक बुद्धिमान बनाने में मदद करता है। वे अपनी समस्याओं को आसानी से हल कर सकते हैं। देवी काली मंत्र के जाप से जीवन में स्थिरता आती है।

मंत्र अनिवार्य रूप से देवी या देवताओं को समर्पित प्रार्थनाएं हैं और इन्हें संस्कृत की प्राचीन भाषा में गढ़ा गया है। यहाँ, हमने माँ काली – महा काली मंत्रों को समर्पित सबसे शक्तिशाली मंत्रों को सूचीबद्ध किया है। महा काली मंत्र का नियमित जाप आपको शक्ति और साहस देता है जिससे आप समस्याओं का सामना करने से अधिक शक्तिशाली बनते हैं।

वे समस्याओं को जल्दी हल करने में आपकी मदद करते हैं। इन मंत्रों की मदद से आप कई स्थितियों को ठीक कर सकते हैं। यदि आपका मकान मालिक आप पर हावी है या आपके पति या पत्नी कभी आपकी बात नहीं सुनते हैं, तो महा काली मंत्रों का सहारा लें।

विष्णु मंत्र जाप लाभ:-घर में स्वास्थ्य और धन को बढ़ावा देता बुराई के प्रभावों को दूर करता है और घर में नकारात्मक ऊर्जाओं और अत्यधिक शक्तिशाली सकारात्मक कंपन को बढ़ाता है। प्राकृतिक और अप्राकृतिक दोनों तरह से उन्हें सभी नुकसानों से बचाने वाले परिवर्तक के लिए एक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करता है । विष्णु मंत्र का जाप करने का अंतिम लाभ मोक्ष की प्राप्ति है।

Tantric Herbal Vashikaran mantra

Tantric Herbal Vashikaran mantra

तांत्रिक जड़ी-बूटी वशीकरण प्रयोग, प्रकृति मंे पाए जाने वाले कई पेड़-पौधों में बेहद चमत्कारी औषधीय गुण पाए जाते हैं, तो कईयों की जडी-बूटी में वशीकरण की जादूई शक्ति छिपी है। कुछ के उपयोग तांत्रिक प्रयोग लिए किए जाते हैं, जिनसे किसी भी व्यक्ति को आसनी से वश में किया जा सकता है। इनमें किस्मत पलटने की अद्भुत क्षमता होती है।

तांत्रिक जड़ी-बूटी वशीकरण प्रयोग

ये भले ही दुर्लभ हों, लेकिन इनका उपयोग बहुत ही आसान है। तांत्रिक विद्या में सिद्धि देने वाले कुछ जड़ी-बुटियों में गुलतुरा से दिव्यता मिलती है, तो तापसद्रुम से भूत-पिशाच और ग्रहों के बूरे प्रभाव को खत्म किया जा सकता है। भोजपत्र में ग्रह बाधाएं दूर करने की शक्ति है। सहदेई, गोरोचन, अपामार्ग और विष्णुकांता में सम्मोहन की क्षमता है। इनके संक्षिप्त विवरण इस प्रकार हैंः-

सहदेईः बहुत ही साधारण सा दिखने वाला छोटा और कोमल पौधा सहदेई के कई तांत्रिक महत्व हैं। वैदिक मान्यता के अनुसार इसे देवी का दर्जा प्राप्त है। इस कारण इसे तांत्रिक साधना और मंत्र जाप से अभिमंत्रित करने के बाद वशीकरण से लेकर धनवृद्धि आदि में उपयोग किया जाता है।

इस पौधे को उपयोग मंें लाने से पहले मंत्रोच्चारण के साथ पूजन किया जाता है। इस कार्य को किसी भी रवि-पुष्य योग के दिन सूर्योदय से पहले घर लाकर उसे पंचामृत से स्नान के बाद विधिवत षोडशोपचार पूजा करनी चाहिए। इसका पूजन मंत्र हैः- ऊँ नमो भगवती सहदेवी सदबलदायिनी सर्वंजयी कुरु कुरु स्वाहा!

  • वशीकरण प्रयोगः सहदेई के पूजन के बाद इसके रस में शुद्ध केसर और गोरोचन मिलाकर गाली बना लेनी चहिए। इस तरह यह गोली वशीकरण और विजयी दिलाने के लिए जादूई टोटके जैसा अचूक असर करता है। गोली को गंगाजल में घिसकर तिलक लगाने और वश में किए जाने वाले व्यक्ति के समझ जाने से उसका वशीकरण सुनिश्चत होगा। इस उपाय के साथ वशीकरण मंत्र का 108 बार जाप भी किया जाना चाहिए। वह मंत्र हैः- ऊँ नमो नारायणाय सर्वलोकान् मम वशं कुरु कुरु स्वाहा!
  • वशीकरण के लिए दूसरा प्रयोग इसकी जड़ को गंगाजल में घिसकर आंख में काजल की तरह लगाकर किया जाता है। ऐसा करने से यह मोहक प्रभाव देता है।
  • यदि तुलसी के बीज को सहदेवी के रस में पीसकर ललाट पर तिलक लगाया जाए तो उसे देखने वाला सम्मोहित हुए बगैर नहीं रह पाता है।
  • यदि सहदेई के रस में अपामार्ग-ओंगा, भांगरा, लाजा और धान के छिलके को पीसकर तिलक किया जाए, उसमें किसी को भी सम्मोहन करने की चुंबकीय शक्ति आ जाती है।
  • सहदेई को छाया में सुखाकर उसके चूर्ण को पान में डालकर जिस किसी को खिलाया जाए उसका वशीकरण हो जाता है।
  • सहदेई को अपामार्ग के साथ लोहे के बर्तन में रखकर पीस लिया जाए और उसका तिलक मस्तक पर लगाया जाए तो उसे देखने वाला व्यक्ति निश्चित तौर पर सम्मोहित हो जाता है।
  • अपामार्गः- इसे ही चिरचिटा और जटजीरा के नाम से भी जाना जाता है। छोटा से अपामार्ग खेतों या झाड़ियों में पाया जाता है तथा इसके विविध तांत्रिक प्रयोग से वशीकरण किया जा सकता है। अश्विनी नक्षत्र में अपामार्ग की जड़ लाएं और इसे ताबीज में भर दें। इस ताबीज को पहनकर वश में किए जाने वाले व्यक्ति के पास जाएं। उसक वशकरण होकर रहेगा। यह ताबीज एक साथ कई लोगों का वशीकरण कर सकता है।

संखाहुली की जड़ः यदि आप विपरीत लिंग वाले व्यक्ति का वशीकरण चाहते हैं तो संखाहुली की जड़ का इस्तेमाल करें। इसे पाए जाने वाले स्थान से भरणी नक्षत्र में लाएं और ताबीज बनाएं। ताबीज को गले में पहनें और व्यक्ति के पास जाएं। उसके पास जाते ही वह आपसे सम्मोहित हो जाएगा। यह प्रयोग विशेष कर वैसे प्रेमियों और दंपतियों के लिए उपयोगी होता है, जिनके प्रेम – संबंध में खटास आ जाती है। वे इसका उपयोग कर एक-दूसरे के प्रति जबरदस्त आकर्षण पैदा कर सकते हैं।

सुदर्शन और कांकरसिंही की जड़ः इसके बारे में संस्कृत में एक श्लोक हैः- करे सौदर्शनं बध्वा राजप्रियो भवेत! संही मूले हरेत्पुष्ये कटि बध्वा नृपप्रियः!! अर्थात सुदर्शन की जड़ को हाथ में बांधने वाला व्यक्ति राज को सम्मोहित कर सकता है। यानी कि वह व्यक्ति राजा का प्रिय बन जाता है। यहां मौजूदा दौर राजा का अर्थ मंत्री और सर्वोच्च पद पर बैठा अधिकारी से है। इसी तरह से कांकरसिंही की जड़ को पुष्य नक्षत्र में लाकर कमर में बांधने से भी श्रेष्ठ व्यक्ति को सम्मोहित किया जा सकता है।

काकजंघाः जंगली पौधा काकजंघा का उपयोग वशीकरण में तांत्रिक विधि के साथ किया जाता है, लेकिन इसके कुछ टोटके भी हैं।

  • काकजंघा के साथ काले कमल, भवरें के दोनों पंख और पुष्कर की जड़ को पीसकर चूर्ण बनाया जाता है। उसका तिलक लगाने वशीकरण किया जाता है।
  • इसके अतिरिक्त काकजंघा के साथ कमल की जड़, महुआ, लजालू और स्वीकार्य को मिलाकर बनाए गए मिश्रण का तिलक भी वशीकरण के लिए उपयोगी होता है।
  • जिस किसी को चंदन, तगर, कूठ, प्रियंगु, नागकेसर और काले धतूरे के काकाजंघा को मिलाकर बनाए चूर्ण अभिमंत्रित कर एक सप्ताह तक खिला दिया जाए, वह व्यक्ति हमेशा के लिए वशीभूत हो जाएगा।
  • काकजंघा, तगर, केसर, कमल को पीसकर स्त्री के मस्तिष्क पर लगाया जाए और पैर के नीचे डाली जाए, वह निश्चित तौर पर वशीभूत हो जाएगी।
  • हत्था जोड़ीः यह एक ऐसी दुर्लभ जड़ी है, जिसे लेकर कई भ्रांतियां हैं। एक भ्रांति इसके किसी जीव की हड्डी होने को लेकर भी है। अन्य गलतफहमियां इसके तांत्रिक प्रयोग के संबंध में है। हालंकि इसका उपयोग मुकदमा जीतने, शुत्रुता दूर करने, दरिद्रता मिटाने आद के अतिरिक्त वशीकरण में भी प्रमुखत से किया जाता है।

इन सभी के लिए विशेष तांत्रिक साधना की जाती है। इसे सिद्धि के बाद लाल रंग के कपड़े में बांधकर घर के किसी सुरक्षित स्थान में रख दिया जाता है। तिजोरी में रखने धन की बढ़ोत्तरी होने के साथ-साथ विपत्तियों से छुटकारा मिलता है।

बेला की जड़ः सफेद फूलों वाले इस पौधे की जड़ से किसी व्यक्ति का विशेष का नहीं, बल्कि स्त्री और पुरुष के बीच एक-दूजे के प्रति अकर्षण बढ़ाने और वैवाहिक बाधा को दूर करने के लिए किया जाता है। इसकी एक और जाति मोगरा या मोतिया है,

जिसके फूल मोती जैसे गोल होते हैं। स्त्री को बेला की जड़ अपने पास गुरुवार को रखना चाहिए जबकि पुरुष को इसे शुक्रवार को धारण करना चाहिए। बेला के फूलों का उपहार सम्मोहन बढ़ाता है।

Vashikaran mantra by three words

Vashikaran mantra by three words

तीन शब्द बोलने से वशीकरण मंत्र, वशीकरण अर्थात किसी इंसान को अपनी ओर आकर्षित कर लेना। या फिर किसी खास व्यक्ति को सम्मोहित करना है। यह आकर्षण एक चुंबकीय शक्ति की तरह होता है।

इसके लिए आज भी वशीकरण की पुरानी विद्याओं और तरीकों का ही इस्तेमाल किया जाता है। इससे संबंधित विविध जानकारियां धार्मिक पुस्तकों में दी गई हैं। कई उपाय बताए गए हैं। कुछ साधारण पूजा-पाठ के हैं, जबकि कुछ तंत्र-मंत्र की साधनाओं और टोने-टोटके के होते हैं।

तीन शब्द बोलने से वशीकरण मंत्र

वशीकरण में मंत्रों का विशेष महत्व है। अधिकतर मंत्र कई शब्दों के संस्कृत में होते हैं, जबकि कुछ मंत्र कई पंक्तियों के भी हैं। उनका विधिवत वैदिक या तंत्रिक अनुष्ठान के दौरान जाप किया जाता है।

इनके अतिरिक्त कुछ मंत्र ऐसे भी हैं जो छोटे होकर भी बेहद शक्तिशाली असर डालते हैं। इन्हीं में वशीकरण का एक मंत्र मात्र तीन शब्दों का है। वह है वषम् भर्कम वश उनके चमत्कारी तीन शब्दों को रात को सोने से पहले मात्र तीन बार ही बोलना होता है। उसका तरीका इस प्रकार होना चाहिए-

  • तीन शब्दों वाले मंत्र के जरिए बेहद निजी संबंधों वाले व्यक्ति को अपने वश में किया जा सकता है। वह पुरुष के लिए उसकी पत्नी या प्रेमिका हो सकती है। या फिर किसी स्त्री के लिए उसका पति।
  • यह मंत्र पति-पत्नी के बीच रिश्तों की प्रगाढ़ता को कायम रखने, प्रेम की मधुरता को बढ़ाने और सुखद सहवास के लिए बेहद कारगर होता है। यह पति-पत्नी की यौन इच्छा पूर्ति में भावनात्मक असर डालता है और उसे यादगार बनाता है।
  • जिस किसी को वश में करना है उसका रात को सोने से पहले एक सादे कागज पर लाल स्याही से नाम लिखें। उसके नीचे मंत्र लिख दें। उसपर कपूर की एक टिकिया रखकर कागज को चार तह में मोड़ दें। मंत्र को तीन बार पढ़ें और अपने तकिये के नीचे रखकर सो जाएं।
  • सुबह उठकर उस मंत्र को तीन बार फिर पढ़ें और वशीकरण किए जाने वाले व्यक्ति का नाम स्मरण करें। उसके बाद उस कागज को जला दें। इसका असर अगले रोज से ही दिखने लगेगा।

तीन शब्दों के मंत्र से वशीकरण

उल्लेखनीय है कि वशीकरण के लिए ज्यादातर मंत्र लंबे और उच्चारण में कठिन होते हैं। इसकी तुलना में यहां बताया गया मंत्र छोटा और सटीक असर वाला है। इस्तेमाल से पहले इसकी सिद्धी की जाती है। उसके बाद इसके जरिए मनचाहे व्यक्ति का वशीकरण किया जा सकता है।

इसके जानकार बताते हैं कि यह मंत्र इतना सटीक और प्रभावशाली है कि कुछ घंटे में ही असर दिखा देता है। इसके प्रयोग से बड़े से बड़े शत्रु को अपने वश में किया जा सकता है। मंत्र सिद्ध का तरीका इस प्रकार है-

  • पहले मंत्र के छोटे रूप को देखें-ऊँ मों ड्रो!
  • इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए 21 दिनों तक जाप किया जाता है। हर दिन जाप की संख्या 1008 होनी चाहिए।
  • इसकी सिद्धी के अनुष्ठान से पहले कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। पहला, 21 दिनों तक मांस और मदिरा से दूर रहना है। दूसरा, 21 दिनों तक ब्रह्मचर्य का पालन करना है। तीसरा, इन दिनों में पलंग पर नहीं सोना है।
  • इसकी शुरूआत माह के किसी भी शुक्रवार से की जा सकती है। सूर्योदय होने के करीब एक घंटा पहले बगैर कुछ खाए हुए स्नानआदि के बाद घर के किसी एकांत कमरे में वैदिक पूजा की साधारण तैयारी करें। धूप-दीप, कपूर और अक्षत लाल फूल के साथ एक मिष्ठान की थाल सजा लें। साथ में एक स्पफटिक की माला रख लें।
  • लाल रंग के आसन पर पश्चिम दिशा की ओर मुंह कर बैठ जाएं। खुद लाल रंग का ही परिधान धारण कर लें।
  • अपने सामने भैरवदेव की काल्पनिक आकृति को स्मरण करते हुए पूजन विधि करें। उसके बाद आंखें बंद कर मंत्र का 1008 बार जाप करें। इससे पहले वशीकरण किए जाने वाले व्यक्ति का स्मरण कर लें। पूजन सामग्री को नदी में बहा दें या मिट्टी के नीेच दबा दें।
  • जाप पूर्ण होने के बाद प्रसाद के तौर पर मिठाई ग्रहण करें। इस तरह से 21 दिनों तक मंत्र जाप की पूर्णाहुति के बाद मंत्र का प्रयोग वशीकरण के लिए किया जा सकता है।
  • मंत्र का प्रयोग करने से पहले खाने की कोई एक सामग्री को सामने रखकर मंत्र को 108 बार जाप करें और वशीकरण किए जाने वाले व्यक्ति को वह वस्तु खिला दें। खाने की समग्री इलायची का दाना, शक्कर, मिठाई कुछ भी हो सकता है। सिर्फ यह ध्यान रखना है वस्तु मीठी या सुगंधित हो।

वशीकरण में तीन का महत्व

वशीकरण चाहे जिसका भी किया जाए। उसमें तीन अंक का विशेष महत्व होता है। जैसे टोटके के दौरान तीन इलायची या तीन लौंग का रखना। तीन किस्म की मिठाई या फल से पूजन करना। तीन बार मंत्र का पढ़ते हुए वशीकरण के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली सामग्रियों पर तीन बार फूंक मारना। ऐसे कुछ प्रयोग इस प्रकार हैं-

  • शुक्रवार के दिन तीन चीजों को जलाकर वशीकरण किया जा सकता है। रात को सोने से पहले सफेद कागज पर लाल स्याही वशीकरण किए जाने वाले व्यक्ति का नाम लिखें। उसमें तीन कपूर की टिकिया रख दें। उसके बाद दिए गए मंत्र का तीन बार स्पष्ट उच्चारण करें। मंत्र है- ऊँ वषम कामाख्या सफ्जसजफो गसकलजी गगसरोवर नमः! फिर उस कागज को मोड़कर अपनी जेब में रख लें और तीन घंटे के बाद जाला दें। उसके जलने बाद तीन घंटे के अंदर ही दूर बैठे उस व्यक्ति की कोई सूचना अवश्य मिलेगी। कोई फोन आएगा या फिर वाट्सअप मैसेज मिल सकता है। ऐसा होने पर समझ लें कि वह व्यक्ति आपके वश में आ चुका है। इस उपाय को स्त्री या पुरुष कोई भी कर सकते हैं।
  • भगवान शिव की आराधाना के लिए मात्र तीन शब्दों के मंत्र का जाप ही काफी होता है। वह है-ऊँ नमः शिवाय! इस मंत्र से कई साधनाएं की जा सकती है। चाह सुख-समृद्धि मन्नत हो या फिर किसी की नाराजगी दूर करनी हो। इस मंत्र में गजब की सम्मोहन शक्ति है। इस मंत्र का जाप शिवलिंग पर जलाभिषेक के समय किया जाता है। इसे अद्भुत प्रभाव का मंत्र माना गया है। इसमें ब्रह्मास्त्र जैसी शक्ति होती है।
  • विशेष: मंत्र चाहे जैसा भी हो और जितना भी बड़ा हो, उसके जाप की संख्या हमेशा तीन के गुण में होती है। जैसे तीन बार 6 बार, 21 बार या फिर एक माला यानी 108 बार का जाप।
Ways to make someone mad in your love

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किसी को अपने प्यार मे पागल करने के उपाय, आज हम आपको इन उपायो के बारे मे बतायेगे। हम आपको प्यार मे पागल करने का टोटका भी बतायेगे। यदि आप प्यार मे पागल करने का वशीकरण चाहते है और किसी को भी अपने प्यार में पागल करने का मंत्र चाहते है तो हमारी ये पोस्ट पढ़े और अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से संपर्क करे.

सारे लड़के और लड़कियां यही सोचते है की हम जिसे भी प्यार करें वह पूरी तरह से पागल हो के प्यार करने लगें मगर ऐसा होता नही है क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि हम जो चाहते है वह कभी नही होता है इसके पीछे भी बहुत से कारण हो सकते है

किसी को अपने प्यार मे पागल करने के उपाय

क्योंकि जब हम किसी रिलेशनशिप मे आते है तो हमारी जरूरते बढ़ने लगती है हमें जो पसन्द होता है वह सब हम सामने वाले से करवाने की कोशिश करने लगते है और जब सामने वाला व्यक्ति वही चीज नही करता है तो हम उससे लड़ाई झगड़ा करने लगते है जिसके वजह से हम चाहे जितना भी प्यार से बात कर लें वह नही समझता है और दूरी बनने लगता है।

पर ऐसा नही है कि लोग प्यार नही करते है बस फर्क इतना है कि कुछ लोग दिल से रिश्ते निभाते है और कुछ लोग दिखावये और दिमाग से निभाते है। पर आपकी इस समस्या को दूर करने के लिए हमारे पास बहुत सारे उपाय है जिसे आप इस्तेमाल करके किसी को भी अपने प्यार मे पागल कर सकते है और वह आपको कभी छोड़कर भी नही जायेगा।

उपाय – सबसे पहले आप एक चम्मच शहद ले 3 काली मिर्च और 8 छोटी इलाइची ले। फिर उसके बाद एक पान का पत्ता ले और उसमें उसका नाम लिखें जिसे आप अपने प्यार मे पागल करना चाहते है। उसके बाद आप काली मिर्च और इलाइची को पीसकर शहद मे मिला दे। और उसके बाद उस पेस्ट को पान के पत्ते मे लगाकर लपेट दे। फिर आप जिस भगवान को मानते है उनका मंत्र जाप करें 9 बार फिर उस लपेटें हुए पत्ते को किसी नदी या कुएं मे बहा दे।

प्यार मे पागल करने का टोटका

प्यार मे पागल करने का टोटका, अगर आप किसी व्यक्ति से प्यार करते है या चाहते है और वह भी आपसे उतना ही ही प्यार करें जितना आप करते है।वह आपको समझे और आपकी भावनाओ की कदर करें। मगर वह व्यक्ति आपको हर बार अनदेखा कर देता है जिससे आपको बहुत ठेस पहुँचता है।

मगर आप फिर भी रोज एक नई कोशिश करते है कि सामने वाले को आपकी भावनाओ के बारे मे पता चले, मगर फिर भी आप अनदेखे किये जा रहे हो लाख कोशिशो और उपायों के बाद भी आपको प्यार नही मिल पा रहा है तो अब आप बिल्कुल भी परेशान ना हो क्योंकि हम आपको इस पोस्ट के जरिये बहुत सी बातें बताएंगे जिसे आप उस व्यक्ति के ऊपर आजमा सकते है

जिसे आप मन ही मन प्यार करते है। यह टोटका बहुत ही शक्तिशाली है जिसे विष्णु पुराण से लिया गया है। यह टोटका उस व्यक्ति पर काम करेगा जिसे आप दिल से प्यार करते हो और इस टोटके के बाद वह पूरी तरह से आपके वश मे हो जायेगा।

टोटका – आप इस टोटके को किसी भी दिन कर सकते है। आपको सूर्योदय के समय उठना है और एकांत जगह पर बैठ कर इस टोटके को अपनाना है उसके लिए आपको केले का पत्ता लेंना है 1 नींबू, सोने का भस्म और दीपक जिस जगह आप आसन लागये हो वह पर दीपक जला ले अपने सामने उसके बाद 206 बार रुद्राक्ष की माला का जाप करें।

उसके बाद केले के पत्ते पर उसका नाम लिखें जिसे आप अपने प्यार मे पागल करना चाहते है फिर उसमे सोने का भस्म डालें और नींबू को दो हिस्से मे कट दे और उसे दो अलग अलग जगहों पर फेंक दे। फिर देखिये वह व्यक्ति कैसे आपके वश मे हो जाता है।

प्यार मे पागल करने का वशीकरण

प्यार मे पागल करने का वशीकरण, जब किसी व्यक्ति को प्यार होता है तो वह पूरी तरह से प्यार में पागल हो जाता है यह तो आपने सुना ही होगा और बहुत से लोगो ने तो देखा भी होगा। क्योंकि जब किसी व्यक्ति को प्यार होता है तो उसे ना तो भूख लगती है और ना ही प्यास लगती है वह रातो दिन बस आपने प्रेमी के ख्यालो मे खोया रहता है

आपने साथ सपने संजोता है। मगर यह किसी एक व्यक्ति के सोचने और सपने देखने से तो नही हो सकता है जब तक सामने वाला व्यक्ति आपका साथ ना दे। तो आज हम आपको उसी प्यार को पाने के लिए कुछ वशीकरण मंत्रो के बारे में बताएंगे जिसे आप करके उसी तरह प्यार पाओगे जैसे आप चाहते हो।

वशीकरण – सबसे पहले आप सूर्योदय में जल्दी उठकर नहा धोकर साफ सुथरे कपड़े पहन लें और इस मंत्र का जाप करें।

अक्ष्यौ नौ मधुसंकाशे अनीकं नौ समंजनम्।
अंत: कृणुष्व मां ह्रदि मन इन्नौ सहास्ति।।

ध्यान रखें जब आप इस मंत्र का जाप करें तो वह जगह शांत रहे तभी आपको सफलता मिलेगी। और इसे 21 बार करना है जब तक वह व्यक्ति आपके प्यार में पागल ना हो जाये।

किसी को भी अपने प्यार में पागल करने का मंत्र

किसी को भी अपने प्यार में पागल करने का मंत्र, हम हमेशा यही सोचते है कि हमारा भी कोईं अपना होता जो हमें दिलों जान से प्यार करता और हमारी भावनाओ को समझता है और यही सब सोचकर हम अपना सच्चा प्यार खोजने निकल जाते है मगर यह तो सच है कि सच्चा प्यार मिलना इतना आसन नही जितना हम सोच लेते है।

मगर आप मे से बहुत से लोग ऐसे है जो सच्चा प्यार पाने मे पूरा जीवन व्यतीत कर लेते है और कुछ प्यार पाने मे असमर्थ रह जाते है। कुछ लोंगो को यह सिर्फ इच्छा होती है मगर इस इच्छा को दिल मे रखना भी तो अच्छा नही है जो हम पा ना सकें।

कुछ लोग तो वशीकरण, टोटका, मंत्र को अपनाते है सच्चा प्यार पाने के लिए और यह तो अब आम बात हो गई है। तो आज हम आपको उस मंत्र के बारे मे बताएंगे जिसे आप करके अपना सच्चा प्यार पा सकते है।

मंत्र – किसी भी मंत्र को पूर्ण करने से पहले कुछ सावधानियों को भी अपनाना पड़ता है जिसे वह मंत्र काम करेंगा अन्यथा जितना भी किया सब व्यर्थ है। इसको करने के लिए आप सुबह उठे और कुल्ला करके एक लोटे मे पानी भर के सात बार अपने ऊपर छिड़के और उसके बाद इस मंत्र का जाप लगातार सात दिनों तक करें।

ओम नमो कैलाश पर्वत पर गौरा देई।
जे मन माने चाहू, ते आवै धाई।
मेरी भक्ति, गुरु गोरखनाथ की शक्ति।
फुरो मंत्र ईश्वरों वाचा।

इस मंत्र को करने से आपको सच्चा प्यार करने वाला अवश्य मिलेगा।

Lal Kitab Remedy for Destroy Enemy Enemy

Lal Kitab Remedy for Destroy Enemy Enemy

लाल किताब शत्रु नाशक उपाय, दोस्तों आज हम आपको लाल किताब के शत्रु नाशक टोटके और दुश्मन से छुटकारा पाने के लाल किताब उपाय बतायेगे। इन्हे शत्रु को वश में करने के लाल किताब टोटके भी कहा जाता है.

लाल किताब शत्रु नाशक उपाय

ज्योतिषशास्त्र की लाल किताब मूलत: उर्दू में लिखी गयी थी बाद में इसका अन्य भाषाओं में अनुवाद किया गया था| यह किताब मुख्यत: पाँच किताबों का संग्रह हैं, जिसमे ज्योतिष से संबन्धित सभी बातों का विवरण मिलता हैं|

दुश्मनों को नष्ट करें ज्योतिषीय उपाय

दुश्मनों को नष्ट करें ज्योतिषीय उपाय, ऐसे कई लोग हैं जोबिना किसी दुश्मनी के बिनाभी कभी-कभी आपके दुश्मन बन जाते हैं। ये लोग आपसे कई कारणों से नफरत कर सकते हैं, हालांकि यह मुख्य रूप से आपकेलिए ईर्ष्या होने के कारण होता है। एक बार जब आपको पता चलता है कि आपके दुश्मन हैं तो यह बहुत संभव हो जाता है कि आप इससे प्रभावित हो जाते हैं। यह आपके तनाव के स्तर को बढ़ा सकता है और आप ज्यादातर समय चिंतितरहना शुरू करदेते हैं।

मंत्र सबसे लोकप्रिय तरीकों में से एक हैं जिसमें आप किसी भी कार्य को पूरा कर सकते हैं। मंत्रों की अपनी महत्वता है जिसे आप तब चुन सकते हैं जब आप अपने दुश्मनों को हराना चाहते हैं। शत्रुओं को परास्त करने के कुछ शक्तिशाली मंत्रव उपाय निम्नलिखित हैं जिनका आप उपयोग कर सकते हैं:

  • लाल या काले धागे में शम्मी पेड़ की जड़ों से बनी माला पहनें। आपको इसे अपनी गर्दन के चारों ओर शनिवार या सोमवार को पहनना चाहिए।इससे आपके शत्रु की शक्ति कमजोर होती हैं|
  • यदि आप शत्रु को अपना गुलाम बनाना चाहते हैं,तो दिवाली के दिन अपने शत्रु का नाम लेकर ५ काली मिर्च को दिये में जला दे| तत्पश्चात बीज मंत्र- “ॐ हलिङ्ग क्लिंग चामुंडाय वीच्क्ष्य: नाम:” का जाप १०८ बार करे| इस मंत्र के प्रभाव से आपका शत्रु अपनी सारी शत्रुता भूल कर आपकी गुलामी करने लगेगा|

लाल किताब के शत्रु नाशक टोटके

  • लाल किताब के शत्रु नाशक टोटके, दुश्मनों से निपटने के लिए सबसे आसान तरीकों में से एक है उनसे छुटकारा पाना। इसका सीधा सा मतलब है कि आप उनसे हमेशा के लिए दूरी बना लेते हैं ताकि वे आपके जीवन में हस्तक्षेप न करें और आपको हर संभव तरीके से प्रभावित करना बंद कर दें। दुश्मनों से छुटकारा पाने के लिए कुछ प्रभावी ज्योतिषीय उपाय लाल किताब में दिए गए हैं, जिनहे आजमा कर हम अपने शत्रु का नाश कर सकते हैं:-
  • यह विधि रात में की जानी चाहिए|आपको हल्दी से बना एक मनका की जरूरत पड़ेगी|पीले कपड़े पहन कर पीले रंग की चटाई पर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाए| तत्पश्चात इस मंत्र का जाप १०८ बार करे| मंत्र- “ॐ हरिमा हराय: मम दुश्मनों:” इस प्रक्रिया को नियमित रूप से करें और अंततः आपका दुश्मन आपके जीवन से चला जाएगा।
  • एक अन्य कारगर टोटका हैं, जिसे तब आजमाना चाहिए जब आपको अचानक पता चलता है कि आपके कई दुश्मन हैं:
  • आपको लोहे की एक छोटा टुकड़ा, 25 मीटर काले कपड़े, 1.25 किलोग्राम तिल, तेल और उड़द की दाल की आवश्यकता होती है।प्रत्येक वस्तु के लिए अलग से छोटी पोटली बनाएं।
  • आपको निम्नलिखित मंत्र का जप करते हुए अपने सिर के चारों ओर सभी पोटली को घुमाना होगा:
  • मंत्र- “ॐ शाउमा शतारो विनाशाया नामाहा।”
  • फिर इन पोटली को भगवान शनि को अर्पित करें।आप इस विधि को सप्ताह के किसी भी दिन कर सकते हैं और आप जितनी बार चाहें इस प्रक्रिया को दोहरा सकते हैं।
  • इस प्रक्रिया का असर अति शीघ्र आपको देखने को मिलेगा| आपके सभी शत्रुओं के जीवन में बड़ी से बड़ी कठिनाइयों का आगमन हो जाएगा| वो चाह कर भी इन कठिनाइयों के जाल से निकल नहीं पाएंगे| इस तरह से ये कठिनाइयाँ ही उनके नाश का कारण बनेगा|

दुश्मन से छुटकारा पाने के लाल किताब उपाय

दुश्मन से छुटकारा पाने के लाल किताब उपाय, यदि आपकी दुश्मनी किसी से पुरखो के समय से चलती आ रही हो,तो अवसाद का कारण बन सकता है। यह निश्चित रूप से आपको जीवन का आनंद नहीं लेने देगा क्योंकि आप हमेशा भयभीत रहते हैं कि आपका दुश्मन आगे क्या कर सकता है।

आप उनसे छुटकारा पाने, उन्हें हराने और / या नष्ट करने के लिए ज्योतिषीय लाल किताब के उपायों और विशिष्ट मंत्रों को आजमा सकते हैं। कुछ ऐसे टोटके व मंत्र भी हैं जिन्हें आप अपने दुश्मनों से सही तरीके से निपटने और उन पर जीत हासिल करने के लिए प्रयोग कर सकते हैं।

  • दुश्मन से छुटकारा पाने के लिए आप पास के किसी हनुमान मंदिर जा कर हनुमान जी के सामने 2 लौंग जलाये| तत्पश्चात हनुमान चालीसा का पाठ करें। पाठ खत्म होने के बाद लौंग की राख को तिलक के रूप में लगाएं। हनुमान जी की कृपा से आपका दुश्मन लाख कोशिश के बावजूद आपका बाल भी बांका नहीं कर पाएगा|
  • आप अपने दुश्मनों को नियंत्रित करने के लिए निम्न विधि आजमा सकते हैं ताकि वे आपको नुकसान न पहुंचा सकें:
  • आपको किसी भी शुभ दिन से शुरुआत करनी चाहिए।भगवान हनुमान के चित्र के सामने, ताजे फूल और हल्की धूप अर्पित करें।फिर घी से एक दीया जलाएं और भगवान हनुमान से प्रार्थना करें।
  • अब हकीक माला का प्रयोग करते हुए 5 माला निम्न मंत्र का जाप करें:
  • मंत्र- “ॐ पूर्व कपिमुखाय: पंचमुखाय: हनुमंते ताम ताम ताम सकाल शत्रु संघाराय स्वाहा:”
  • इस विधि को लगातार ३ मंगलवार तक करें। यह मंत्र इतना प्रभावकारी हैं किहनुमानजी कि कृपा से ३ मंगलवार की साधना के बाद, आप पाएंगे कि वो सभी लोग जो आपसे अब तक शत्रुता निभा रहे थे अचानक आपकी शरण में आ जायेंगे|

शत्रु को वश में करने के लाल किताब टोटके

शत्रु को वश में करने के लाल किताब टोटके, क्या आपके दुश्मन ने आपके जीवन को नष्ट करने की कोशिश में सारी हदे पार कर ली है? यदि ऐसा है, तो आप लाल किताब में दिये हुए ज्योतिषीय उपायों को आजमाने कोशिश कर सकते हैं जो आपके दुश्मन को आपके वश में करने में मदद करते हैं। दुश्मनों को वश में करने के कुछ ज्योतिषीय टोटके नीचे दिए गए हैं:

  • आप अपने दुश्मनों को हराने के लिए आंवला एकादशी में प्रयास कर सकते हैं|फाल्गुन मास में शुक्ल एकादशी का व्रत रखें। नहाने के पश्चात धुले कपड़े पहन ले|आंवले के पेड़ को अर्घ्य अर्पित करें और पूजा करें।इस दिन भगवान विष्णु की भी पूजा करें।
  • फिर एक पेड़ के नीचे ब्राह्मणों को भोजन और आमला चढ़ाएं।अंत में, आंवला एकादशी व्रत कथा पढ़ें। इन सभी प्रक्रियाओं के समापन के पश्चात शत्रुओं को अपनेवश में करने के लिए आप नीचे दिए गए मंत्र जैसे मंत्र का जाप करे:-
  • मंत्र- “ॐ नमो:नारायण: आमुकासैमा आमुकेन विद्यावाहन कुरु कुरु स्वाहा।”
  • नियमित रूप से १००८ बार प्रतिदिन इस मंत्र का जाप २१ दिनों तक करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता हैं|
  • इस मंत्र के प्रभाव से आपके शत्रु का हृदय परिवर्तित हो जाएगा| वो अपनी शारी शत्रुता भुला कर आपकी सारी बातों को मानने लगेगा|
  • ज्योतिषशास्त्र के लाल किताब में बहुत से विशिष्ट उपाय, मंत्र और टोटके हैं जिन्हें आप अपने दुश्मनों से कुशलता से निपटने के लिए आजमा सकते हैं। आपको जिन उपायों का उपयोग करना चाहिए, वे इस बात पर निर्भर करते हैं कि शत्रु आपके और आपके जीवन को कैसे प्रभावित कर रहा हैं। यदि आप सोचते हैं कि वे आपके जीवन के लिए खतरा बन रहे हैं तो आप उन्हें नष्ट कर सकते हैं। आप उनसे छुटकारा पाने या उन्हें हराने का विकल्प भी चुन सकते हैं ताकि वे आपको परेशान करना बंद कर दें।

आप किसी ज्योतिषी से अपनी कुंडली पढ़वा सकते हैं। वह आपको यह बताने में सक्षम होगा कि शत्रु से छुटकारा पाने के लिए आपको कौन सी पूजा करनी चाहिए या आप कौन से योग कर सकते हैं। अंत में बस इतना हैं कि डर को कभी अपने दिमाग में न आने दें। शांत रहें और जान लें कि आपकी हर समस्या का समाधान लाल किताब में मौजूद है।