Shatru Ko Mitra Banane Ke Totke

Shatru Ko Mitra Banane Ke Totke

इस जीवन यात्रा में हम न जाने कितने शत्रु बनाते हैं, कितने मित्र बनाते हैं| सोचने की बात यह है कि इन शत्रु या मित्र को क्या सिर्फ हम चुनते हैं| मित्र चुनने की बात हो तो यह बात कही जा सकती है लेकिन शत्रु शायद हम अपनी मर्ज़ी से नहीं चुनते| वह एक परिस्थिति होती है या फिर व्यक्तित्व में अंतर, या हितों में टकराव शत्रु बन जाते हैं| मर्ज़ी से शायद कोई किसी को शत्रु नहीं बनाना चाहेगा| कई बार ऐसा भी होता है जिसे हम शत्रु समझते हैं वह वास्तव में हमारा हित चिन्तक होता है और जिसे मित्र समझते है वह पीठ में छूरा भोंकने वाला निकल जाता है| अब किसी कारणवश कोई शत्रु बन बैठा तो वह शांत नहीं बैठेगा| वह कुछ न कुछ नुकसान ज़रूर पहुंचाएगा| कई शत्रु का चेहरा हम पहचानते हैं लेकिन असल खतरा तो गुप्त शत्रुओं से होती है| हम उन्हें नहीं पहचानते और वह कौन सा वार कब कर बैठे हम कभी नहीं समझ पाते| ऐसे शत्रुओं के शमन के लिए कुछ साधको ने उपाय के बारे में सोचा| साधना किया और जनहित में कुछ लोगों को बताया| वही जनश्रुति आज हम टोटकों के रूप में जानते हैं|

शत्रु को मित्र बनाने के टोटके

यदि किसी शत्रु को पहचानते हैं और उससे आप बहुत परेशान हैं तो निम्नलिखित टोटकों को आजमा सकते है-

  • एक बोटल लें|
  • अब उसमें गन्ने का रस भर दें|
  • अब एक कागज़ पर घर का चित्र बनाएं|
  • उस चित्र को उस बोटल में डाल दें|
  • अंत में ढक्कन बंद कर दें|
  • इस बोटल को किसी बहते हुए पानी में जैसे नदी नाला आदि में प्रवाहित कर दें|
  • ऐसा करते समय शत्रु को संबोधित करते हुए कहें कि –अब हमसे दूर हो जाओ|
  • उसे धिक्कारें और लानते भेजें|
  • फिर वापस घर आ जाएं|

Note: ध्यान रहे ऐसा करते हुए आपको कोई न देखे और लौटते समय पीछे मुड़कर न देखें| वह शत्रु आपको फिर नुक्सान पहुंचाने लायक नहीं बचेगा|

  • एक पीले रंग का निम्बू लें|
  • किसी शाम ऐसे चौराहे पर जाएं जहां कम आवा जाही हो|
  • अब वही चाक़ू से नीम्बू काटे और उसे चार दिशाओं में फेंक दें|
  • ऐसा करते समय उसे शत्रुता छोड़ने की विनती करें|
  • अगर कोई बहुत बुरा शत्रु हो, जिसे प्राणों को ख़तरा हो, बहु बेटियों को ख़तरा हो तो किसी सुनसान जगह पर जाएं|
  • वहाँ एक गहरा गड्ढा खोदें|
  • उसमें साबुत उड़द के एक सौ आठ दाएं और साबुत चावल के छप्पन दाने डाल दें|
  • उसके ऊपर नीम्बू निचोड़ दें| अब गड्ढा भर दें|
  • इसके बाद गड्ढे के ऊपर एक कील ठोंक दें|
  • ऐसा करने से आपका शत्रु मृत्यु को प्राप्त हो जाएगा|

Note: स्मरण रहे दुर्भावाना से प्रेरित होकर किसी सज्जन व्यक्ति को नुक्सान पहुंचाने के मकसद से ऐसा न करें| अन्यथा की स्थिति में आपका भी नुक्सान हो सकता है| टोटके वैज्ञानिक प्रतीत नहीं होते है लेकिन इनके द्वारा प्रकृति में व्याप्त शक्तियों को ही किसी काम में लगाया जाता जो सब कुछ जानती हैं| उसे भी और आपको भी| अतएव अपने बचाव में जब कोई चारा न रहे तभी इस उपाय को करें|

शत्रु को मित्र बनाने के टोटके

हम शत्रु के साथ किस प्रकार का व्यवहार करते हैं यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम खुद कैसे हैं| कुछ लोग सिर्फ और सिर्फ बदला चाहते हैं| कुछ शत्रु को नेस्त नाबुत कर देना चाहते हैं| कुछ लोगों की तमन्ना सिर्फ इतनी है कि शत्रु उन्हे या उनके परिवार को चोट न पहुंचाए| कुछ उस शत्रु को प्रेम की दृष्टि से देखते हैं और चाहते हैं कि वह मित्र बन जाएँ| यदि शत्रु मित्र बन जाए तो इससे अच्छी बात भला क्या हो सकती है| यदि आप भी ऐसा ही कुछ चाहते हैं तो निम्लिखित उपाय को आजमा सकते है –

  • पीले सरसों के तेल में हल्दी मिला दें|
  • इस तेल से एक दीपक जलाएं|
  • किसी पीढ़े पर बगलामुखी देवी का चित्र स्थापित करें|
  • उनके समक्ष ‘ ओम बगलायै नमः’ मन्त्र का जाप करें| निरंतर एक सप्ताह 11 माला का जाप करें|
  • प्रतिदिन जाप समाप्त होने के उपरान्त शत्रु को मित्र बनाने की प्रार्थना करें|
  • जाप समाप्त होते होते उसकी धारणा आपके प्रति बदल जाएंगी|
  • इस प्रयोग के लिए शनिवार का दिन चुनें|
  • सुबह सुबह नहा धोकर किस काली मंदिर में जाएँ|
  • वहाँ साष्टांग दंडवत करें|
  • शत्रु को मित्र बनाने की प्रार्थना करें|
  • पुनः किसी सुनसान स्थान पर जाएं|
  • वहाँ अपने साथ दो नीम्बू लेकर जाएँ|
  • उस निम्बू पर हरे रंग की स्याही उस स्त्री अथवा पुरुष का नाम लिख दें जो आपसे शत्रुता निभा रही हो|
  • दूसरे निम्बू पर खुद का नाम लिखें|
  • अब एक कोरे कागज़ पर उसी स्त्री या पुरुष का नाम 151 बार लिखें|
  • अंत में दोनों निम्बुओं को उस नाम लिखे कागज़ से लपेट दें|
  • ऊपर से काले कपडे बंधकर पोटली बना दें|
  • इस पोटली को किसी बहते हुए पानी में बहा दें|
  • अगर किसी शत्रु को हमेशा के लिए मित्र बनाना चाहते हो तो भोजपत्र लेकर उसके ऊपर कुमकुम से उसका नाम लिख दें और फिर उसे शहद की शीशी में डुबाकर ढक्कन बंद कर दें| शहद की शीशी ऐसी जगह छुपाकर रखें जहां उसकी नजर न पहुंचे|

ये तमाम टोटके तभी काम करेंगे जब आपको शत्रु की पहचान होगी| जल्दबाजी में कुछ न आजमाएं| हो सकता है जिसे आप शत्रु समझ रहे हो वह मात्र छोटी सी गलतफहमी हो जिसे बात चीत के जरिये दूर किया जा सकता है| यह भी हो सकता है कि उसे आपके प्रति कान भरा गया हो| वास्तविक शत्रु कोई और हो| किसी को चोट या नुक्सान पहुंचाना एक पापकर्म माना जाता है जिसका भुगतान भी करना होता है| इसलिए पहले वास्तविकता की जांच कर लें| ऐसा न हो ग़लतफ़हमी में आप किसी का बुरा कर बैठें|

Dattatreya Tantra Vashikaran Mantra Sadhana

Dattatreya Tantra Vashikaran Mantra Sadhana

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान दत्तात्रेय विष्णु भगवान के अवतार थे | उनके पिता का नाम ऋषि अत्रि और माता का नाम अनसुया देवी था | कहीं-कहीं यह भी उल्लेखित है कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश का सम्मिलित रूप है भगवान दत्तात्रेय | मान्यताओं के अनुसार इनकी साधना अति सफल होती है और अटूट विश्वास है कि साधना का फल तुरंत मिलता है | अगर सच्चे मन से इनकी आराधना की जाए तो ये निश्चित तौर पर प्रसन्न हो हैं और सबकी मनोकामना पूर्ण करते हैं | ये महायोगी के रूप में भी पूजे जाते हैं | आज इस लेख में दत्तात्रेय तंत्र साधना प्रयोग के बारे में बताया जा रहा है जिसके प्रयोग से आपको भी मनवांछित फल की प्राप्ति होगी | इस साधना को करने से व्यक्ति अपने अंदर सुरक्षा कवच को महसूस करने लगता है | वह इन प्रयोगों द्वारा किसी को भी अपने वश में भी कर सकता है | तो चलिए आप भी अपनाए दत्तात्रेय तंत्र साधना प्रयोग |

दत्तात्रेय तंत्र वशीकरण मंत्र साधना

”ओम् श्रीं ह्वीं क्लीं ग्लौं द्राम दत्तात्रेयाय नमः”… आप एक पीला पीले रंग के आसन को बिछाकर उस पर बैठ जाएं पीले रंग के कपड़े को पहन कर किसी भी बुधवार की रात को | अपना मुख उत्तर दिशा की तरफ रखें | फिर अपने सामने लकड़ी के एक छोटे से पाटे पर पीले रंग का कपड़ा बिछा दे तथा उस पर दत्तात्रेय यंत्र स्थापित करें | आप उस पर सिंदूर चढ़ाए | साथ ही साथ दीपक जलाएं घी का और रुद्राक्ष की माला लेकर ११ माला का जप करें उपरोक्त मंत्र का | जप समाप्त होने के बाद सिंदूर को संभालकर एक छोटी सी चांदी की डिब्बी में रख दें | अब जब भी आपको इसका प्रयोग करना हो तब उपरोक्त मंत्र का जाप करें सिर्फ ११ बार और तिलक लगा ले उसी सिंदूर से | अब आप जिस व्यक्ति के पास जाएंगे वह आप से वशीभूत हो जाएगा |

तुलसी-बीजचूर्ण तू सहदेव्य रसेन सह | रवौ यस्तिलकं कुर्यान्मोहयेत् सकलम् जगत्”.. इस जाप को आरंभ करने के पहले सहदेवी के रस में तुलसी के बीजों का को मिला ले | अब इसे पीस कर पेस्ट बना ले | अब इस पेस्ट से तिलक कर ले अपने मस्तिष्क पर | अब आप जिस इंसान को देखेंगे वह आपके वश में हो जाएगा |

अनामिकाय रक्तेन लिखेन्मंत्र च भूर्जके, यस्य नाम लिखन्मध्ये मधुमध्ये च निक्षिपेत् | तेन स्यादाकर्षणं च सिद्धयोग उदाह्रत:, यस्मै कस्मै न दातव्यम नान्यथा मम भषितम |” .. भोजपत्र के ऊपर उपरोक्त मंत्र को लिखे अपनी अनामिका उंगली के खून से | अब भोजपत्र पर उस व्यक्ति का नाम लिखे जिसे आप वश में करना चाहते हैं और इसे शहद की डिबिया में डूबो कर रख दें | अब १०८ बार जप करें इस मंत्र का | वह व्यक्ति आपके वश में हो जाएगा |

श्रंगि-चंदन-संयुक्तो वचा-कुष्ठ समन्वित:| धूपौ गेहे तथा वस्त्रे मुखे चैव विशैषत: | राजा प्रजा पशु-पक्षी दर्शनान्मोहकारक:| गृहीत्वा मूलमाम्बूलं तिलकं लोकमोहनम”.. यह मंत्र भी वशीकरण प्रभाव उत्पन्न करता है | इस मंत्र का जाप करें | चंदन, कुष्ठ, काकड़ा सिंगी, वच को मिलाकर पीस लें और पाउडर बना लें | अब इससे धूप बनाएं तथा उसे अपने वस्त्रों तथा शरीर पर दें | इसके पाउडर से तिलक लगाएं | इस क्रिया को करने से आपका वशीकरण प्रभाव पढ़ेगा |

तांबूल की जड़ को पीसकर पाउडर बना ले या पेस्ट बना लें | अब इससे किया हुआ तिलक भी आपके वशीकरण प्रभाव को बढ़ाएगा |

दत्तात्रेय साधना के अन्य मंत्र

“ ओम् द्रां दत्तात्रेयाय स्वाहा
” ओम् दिगंबराय विघ्हे योगेश्रारय् धीमही तन्नो दत्त प्रचोदयात |
ओम् द्रां दत्तात्रेय नमः|
जटाधारम पांडुरंग शूलहस्तं कृपानिधिम, सर्व रोग हरं देव, दत्तत्रेयमहं भज |
ओम् अस्य श्री दत्तात्रेय स्तोत्र मंत्रस्य भगवान नारद ऋषि: अनुष्टुप छंद, श्री दत्ता परमात्मा देवता, श्री दत्त प्रीत्यर्थे जपे विनियोग |”

ऊपर दिए गए किसी भी मंत्र की साधना करने के लिए आप सबसे पहले पानी से भरे हुए एक बर्तन को एक बर्तन में रखे अपने आसन के पास | अब लाल कपड़े के ऊपर विग्रह बना ले दत्तात्रेय जी का | इसके बाद चावल के कुछ दाने और फूल को अपने बांय हाथ में लेकर साधना आरंभ करें उपरोक्त मंत्रों में से किसी भी मन्त्र के द्वारा |

दत्तात्रेय शाबर मंत्र

ओम नमः परमब्रह्म परमात्मने नमः उत्पत्तिस्थिति प्रलायंकराये, ब्रह्म हरिहराये त्रिगुणात्मने सर्व कौतुकानी दर्शया दर्शय दत्तात्रेय नमः| मनोकामना सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा ||”

उपरोक्त शाबर मंत्र दत्तात्रेय सहित ब्रह्मा और विष्णु को समर्पित है | इस मंत्र का प्रतिदिन जाप करें १०८ बार | इससे मनोवांछित सिद्धि की प्राप्ति होती है | यह मन्त्र व्यक्ति की कार्यक्षमता तथा आत्मविश्वास बढ़ता है | इस मंत्र को अति गोपनियता को रखते हुए जाप करना चाहिए |

दत्तात्रेय कवच/तंत्र

इस कवच का मंत्र है – “ॐ द्रां द्रां वज्र कवचाये हुं ||” .. इस मंत्र की साधना एक प्रकार से तांत्रिक साधना होती है | इसे विधि विधान के साथ करने से जो शक्ति प्राप्त होती है वह अदभुत होती है | इस दत्तात्रेय सुरक्षा कवच के द्वारा व्यक्ति के अंदर से किसी भी तरह की दुर्घटना की आशंका दूर होती है | यहां तक कि कोई भी भय या उसके मन में कोई परेशानी हो तो वह भी गायब हो जाती है |

  • इस साधना को करने के लिए सबसे पहले पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ अपना मुंह रखकर बैठ जाए आसन पर |
  • आसन काला रंग का होना चाहिए |
  • फिर अपने सामने मजोट के ऊपर पीले रंग का कपड़ा बिछा दे |
  • इस पर दत्तात्रेय भगवान का चित्र या महायंत्रको स्थापित कर दे |
  • फिर पूजन करें पंचैपचार द्वारा |
  • भोग में लड्डू लगाए बेसन का |
  • एक थाली में पानी भरे |
  • थाली ताँबे की होनी चाहिए |
  • इसमें एक दीपक लगा दें |
  • अब रिद्धि सिद्धि अवधूत माला ले इसके द्वारा ऊपर दिए गए मंत्र का जाप करें |
  • इस मंत्र का जाप पूरा होने के बाद पात्र से जल लेकर घर में अथवा किसी पौधे में छिड़के |
  • दिए को किसी शिवालय में रख दे जलाकर |
  • आपमें गजब की शक्ति का संचार होगा |
Shukar Dant Vashikaran Mantra

Shukar Dant Vashikaran Mantra

शूकर दंत का प्रयोग जादू टोने एवं घर की समस्याओं को हल करने वशीकरण शत्रु नाश रोग नाश एवं तंत्र विधाओं के लिए किया जाता है। कहा जाता है कि भगवान विष्णु ने पृथ्वी को बचाने के लिए बराह अवतार लेकर पताल से पृथ्वी को अपने दांतो से उठा लिया था तब से शूकर दत्त का उपयोग तंत्र विद्या एवं वशीकरण में होने लगा । वैसे तो सूकर एक निंदनीय पशु है पर तंत्र जगत में इसका एक अलग ही महत्व है यह बहुत आसानी से आपको प्राप्त हो सकता है किसी भी कसाई की दुकान पर आपको मिल सकता है और इसे सिद्ध करके वह धारण कर सकता है उसको धारण करने वाला व्यक्ति हर सुख सुविधाओं को प्राप्त करने वाला होता है वह आम मानव से देव की भांति सुख सुविधाओं को प्राप्त कर लेता है उसे कभी स्वप्नदोष नहीं होता शूकर-दंत का तंत्र प्रयोग मंत्र अत्यंत सरल है या किसी भी आम मानस के द्वारा किया जा सकता है पर याद रखें या तंत्र आप किसी व्यक्ति को हानि पहुंचाने के लिए न करें नाही गलत भावना से क्योंकि इस तरह तंत्र करने से या पूर्ण नहीं होगा और पर्याप्त फल नहीं प्राप्त होगा।

शूकर-दन्त वशीकरण मन्त्र

  • यदि आपको कहीं से शूकर का दंत प्राप्त होता है तो उसको किसी शुभ मुहूर्त पर जैसे होली दीपावली दशहरा पर धारण करने से सिद्धि धन ऐश्वर्या विद्या आदि प्राप्त होती है
  • शूकर-दंत प्रबल वशीकरण करने वाला होता है इसे स्वच्छ होकर स्नान करके पूजा करके दंत को गले में ताबीज बना कर धारण करने पर देखने वाला व्यक्ति मोहित हो जाता है।
  • शूकर की दंत के ताबीज को गले में पहनने वाला व्यक्ति अजय हो जाता है सभी जगह उसको लाभ होता है
  • शूकर दंत का प्रयोग हम केवल दीपावली दशहरा होली पर ही कर सकते हैं तभी यह उत्तम फल देगा एवं आपको लाभ देगा।
  • शूकर दन्त वशीकरण साधना

यदि आप किसी को अपने वश में करना चाहते हैं आपके घर में अशांति हैं ग्रह क्लेश है नौकरी में समस्या है भूत-प्रेत की बाधाएं हैं कोर्ट कचहरी की समस्या हो , शत्रु परेशान कर रहे हो ,व्यापार में वृद्धि नहीं हो पा रही हो यह कोई ऐसी समस्या जिसका हल नहीं हो पा रहा तो शूकर-दंत से आपकी सभी समस्याएं समाप्त हो जाएगी इसके लिए आपको दीपावली दशहरा या होली पर यह आराधना करनी होगी । क्योंकि यह आराधना केवल इन तीनों दिनों में ही की जा सकती है इसके लिए शांत मन से स्वच्छ होकर स्नान कर सफेद वस्त्र धारण कर आसन पर बैठ जाएं और अपने दाहिने हाथ में शूकर-दंत लेकर १०८ बार मंत्रों का जाप करें जप के दौरान आपकी दृष्टि शूकर-दंत पर ही रहनी चाहिए तभी यह सिद्ध होगा और मंत्र उच्चारण के समय उस दंत पर फूंक मारते रहे, मंत्रों के द्वारा सिद्ध होने के बाद शूकर-दंत का आप एक ताबीज़ बनवा लीजिए और उसको अपने गले में धारण कर ले आपकी सारी बाधाएं समाप्त हो जाएगी आपके अंदर वशीकरण करने की क्षमता उभर कर आ जायेगी ।

मंत्र-

ॐ ह्रीं क्लिं श्रीं वाराहः-दन्तायः भैरवायः नमः ।

ताबीज़ से लाभ

  • वशीकरण

जो भी व्यक्ति शूकर-दंत की सिद्ध ताबीज अपने गले में धारण करता है वह किसी को भी अपने वश में कर सकता है पर इसका उपयोग आप किसी व्यक्ति के अनहित के लिए नहीं कर सकते।

  • कोर्ट कचहरी

यदि आपका कोई मुकदमा फंसा हो और आपको कोई परिणाम नहीं मिल रहा हो जिस कारण आप काफी परेशान होते हो तो आपको इस ताबीज से निश्चित लाभ होगा और आपकी विजय होगी।

  • रोग निदान

यदि आप किसी रोग से ग्रसित हो और आपको किसी डॉक्टर हकीम यह किसी भी प्रकार की दवाओं से आराम नहीं मिल रहा हो तो आप यह ताबीज धारण करें आप के सभी रोग नष्ट हो जाएंगे और आप को कभी स्वप्नदोष नहीं होगा एवं आप एक स्वस्थ सुंदर शरीर के मालिक हो जाएंगे ।

  • शत्रु नाश

शूकर-दंत की ताबीज़ धारण करने वाले व्यक्ति की सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं उसको किसी चीज की चिंता नहीं रहती एवं उसके सभी शत्रु स्वयं ही नष्ट हो जाएंगे और आपको कभी परेशान नहीं कर पाएंगे।

  • व्यापार

आपका व्यापार यदि मंदा चल रहा हो उसमें वृद्धि ना हो रही हो पैसा फसा हो या कोई अन्य समस्या हो तो इस शूकर दंत ताबीज को धारण करने से सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं और व्यापार में वृद्धि दिखने लगती है । यदि आप ताबीज नहीं धारण कर पा रहे हैं तो शूकर-दंत को अपने व्यापार स्थल या कार्यस्थल के बाहर लगाने से भी लाभ होगा।

  • घृह क्लेश

आपके घर में यदि आए दिन झगड़ा होता हो या शांति की कमी हो जिस कारण आप परेशान हो रहे हो एवं इसी कारण आपको घर में वृद्धि ना दिख रही हो तो मात्र इस ताबीज को धारण करने से घर में शांति सुख एवं धन की वर्षा होने लगती है ।

  • प्रेत बाधा

यदि आपके घर में भूत-प्रेत का साया हो या आपके घर में कोई व्यक्ति किसी आत्मा द्वारा पीड़ित हो तो उसके लिए आपको सिद्ध शूकर-दंत लेकर उस व्यक्ति के पुराने कपड़े पर लपेटकर बहते हुए जल में प्रवाहित करना चाहिए जिससे आपके घर की सभी प्रेत बाधाएं समाप्त हो जाएंगी।

  • शिक्षा

यदि आप किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो और बार-बार आपको उसमें नाकामी ही मिल रही हो जिस कारण आपका मन विचलित होने लगा हो तो आप इस शूकर-दंत ताबीज को धारण करने से लाभ होगा आपका मन एकाग्र होगा एवं सफलता प्राप्त होगी।

  • प्रेम सबन्ध

यदि आप किसी से प्रेम करते हैं और उससे विवाह करना चाहते हैं पर समस्याएं आ रही हो तो इस शूकर-दंत को मंत्रो द्वारा सिद्ध करके पहनने से सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं एवं प्रेम संबंधों में सफलता प्राप्त होती है शीघ्र विवाह होता है

Boss Vashikaran

Boss Vashikaran

अपने कैरियर को आगे बढ़ाने के लिए और एक अच्छी नौकरी पाने के बाद एक अच्छे बॉस की आवश्यकता होती है और एक अच्छा बॉस आपको उच्च से उच्च पद पर पहुंचा सकता है इसलिए सभी लोग चाहते हैं कि वह अपने बॉस को अपने वश में कर लें और अपनी तरक्की करें क्योंकि यदि बॉस आपके वश में होगा तो वह आपको कोई भी पद प्रदान कर सकता है और आपकी नौकरी में तरक्की केवल बॉस के ही जरिए हो सकती है क्योंकि वही आपको उच्च स्तर तक ला सकता है कंपनी या व्यवसाय में आपको आपका मन मुताबिक पद प्रदान कर सकता है मन मुताबिक धन आपको मिल सकता है यह सब बॉस के हाथ में होता है ।

बॉस वशीकरण

  • यदि आप अपने बॉस को अपने वश में करना चाहते हैं तो होली के 1 दिन बाद स्वच्छ होकर स्नान कर अपने बॉस की फोटो लेकर उसमें घी लगा दे और शहद लगा दे फिर दही से भर कर एक कच्ची मिट्टी का कुल्हड़ उस पर रखें और उसमें थोड़ी सी होली की राख डाल दे फिर उस कुल्हड़ के मुख को एक लाल कपड़े द्वारा बांधे और उसको किसी ऊंची जगह पर रख दे ऐसा करने से बॉस आपके वश में हो जाएंगे है
  • यदि आपको अपने बॉस को वश में करना है तो अपने बॉस के हस्ताक्षर किए हुए कागज को ले उसमें उसके चारों तरफ लाल स्याही से या लाल स्याही की कलम से गोले यह घेरे बनाते रहे और घेरे बनाते समय यह सोचे कि आप अपने बॉस को मोटी रस्सियों से जकड़ रहे हैं और बांध रहे हैं इसके बाद उस कागज को मोड़कर कीचड़ में दबा दें या कहीं खोदकर गाड़ दें कुछ दिन में बॉस आपके वश में आ जाएगा और आपकी इच्छा पूर्ति करने लगेगा ।

बॉस वशीकरण टोटके

  • अगर आप अपने बॉस को अपने वश में रखना चाहते हैं यह वश में करना चाहते हैं तो जब भी मीटिंग के लिए घर से निकले तो वहां पहले पहुंचकर बॉस की कुर्सी में घर से लाए हुए कुछ सरसों के दाने डाल दें उस कुर्सी में बैठने मात्र से बॉस आपकी हर बात मानने लगेगा और आप को प्रोमोशन प्रदान करेगा
  • कभी-कभी हम देखते हैं कि ऑफिस कार्य में कोई गलती हो जाती है तो उसका खामियाजा सबको भुगतना पड़ता है पर अगर बात आप पर आ रही है तो ऐसे में एक नींबू लीजिए और पांच लौंग लेकर एक रुमाल में बांध कर अपनी जेब में रख ले ऐसा करने से आप पर दोष नहीं आएगा और अगर गलती होगी तो माफी तुरंत मिल जाएगी।
  • यदि आप अपने बॉस को अपने वश में रखना चाहते हैं तो शुक्ल पक्ष के रविवार को सुबह स्नान कर शुद्ध होकर पाँच लौंग ले ले और उसे शरीर के उस स्थान पर रखें जहां पसीना आता हो और उस लौंग को अपने बॉस को चाय दूध किसी में भी डाल कर खिला दे आप देखेंगे कि वह किस तरह आपकी बात मानने लगता है और आपकी हर इच्छा पूर्ति करने लगता है
  • यदि आप चाहते हैं क्यों ऑफिस में आपकी ही तूती बोले तो रोज सुबह उठकर स्नान कर पीली हल्दी शुद्ध गाय का घी गौमूत्र सरसों को पान के रस में मिलाकर उससे तिलक करने से आप में सम्मोहन शक्ति आ जाएगी और या आपको 21 दिन करना है और दिन में एक बार कम से कम बॉस के सामने आपको जरूर जाना है फिर देखिएगा ऑफिस में आप राजा की भांति रहेंगे ।
  • यदि आप अपने बॉस को अपने वश में करना चाहते हैं तो किसी दिन बॉस को घर बुलाये और रात में ही पांच लौंग 5 सुपारी 5 इलायची को लेकर गाय में दूध में भिगोकर रख दें और जब बॉस आये तो खाने में खीर बनवाएं उस खीर के बनते उस लौंग इलायची सुपारी को अपने दांतो से चबाकर पीस ले और अपने घर में बनी खीर में डाल दे उसको खाने के बाद बॉस आपकी हर बात मानने लगेगा।

प्रमोशन के लिए

  • प्रमोशन के लिए आप कपूर को कदली के रस में पीसकर रोजाना तिलक करें आप को प्रमोशन प्राप्त होगा एवं बॉस आपकी हर इच्छा की पूर्ति करेगा
  • अपने बॉस को खुश करने के लिए आपको अपना बृहस्पति मजबूत करना होगा क्योंकि बॉस गुरु का कारक होता है और गुरु को शक्तिशाली करने से आपकी हर इच्छा बॉस द्वारा पूर्ति होगी बृहस्पति को मजबूत करने के लिए रोजाना स्नान कर स्वच्छ होकर केसर का तिलक लगाएं और केले का सेवन करें इससे बॉस आप से प्रसन्न होकर आपका प्रमोशन अवश्य कर देगा ।
  • यदि आप चाहते हैं कि आप बॉस की आंखों के तारे बन जाएं और आपका प्रमोशन आपकी तरक्की शीघ्र हो जाए तो उसके लिए 40 दिन तक बॉस के नाम की एक लौंग जलाएं शीघृ आपका बॉस आपका मुरीद बन जाएगा और आपको प्रमोशन प्रदान करेगा ।
  • यदि कुंडली में आप दशमेश से पीड़ित है या अन्य कारकों से शत्रु राशि से आपका पाला पड़ गया है जिस कारण आपकी बॉस से नहीं निभाती है और नौकरी में खतरा बना हुआ है तो आपको अपने बॉस को वश में करने के लिए एवं उससे अपनी इच्छा पूर्ति कराने के लिए हरे रंग की वस्तुओं का दान करना चाहिए इससे लाभ होगा ।
  • यदि आपकी बॉस कोई महिला है तो उसको खुश करने के लिए शुक्र और चंद्रमा का उपाय करना चाहिए क्योंकि यही दोनों ग्रह स्त्री के कारक माने जाते हैं इसके लिए आपको चांदी की गिलास में पानी ले और थोड़ा पानी पीकर थोड़ा सा कपूर अपनी महिला बॉस के नाम का वहां जला दे कुछ ही दिन में आपकी बॉस आपके वश में होगी और आपको प्रमोशन प्राप्त होगा ।
  • यदि आपकी कंपनी में आपका बॉस वृद्ध है और आप उसकी नजरों में ऊंचा उठना चाहते हैं तो आपको शनि से संबंधित उपाय करने चाहिए इसके लिए आपको शनिवार को मांस मदिरा धुम्रपान आदि का त्याग करना होगा और शनि यंत्र को शुद्ध कर पूजा कर उसको गले में धारण करना होगा आपका बॉस आपके मन मुताबिक कार्य करने लगेगा और शीघ्र ही आपको प्रमोशन प्राप्त होगा ।
Manchaha Prem Prapti ke Upay

Manchaha Prem Prapti ke Upay

यदि आप किसी से प्रेम करते हैं और उसको ही मन में अपना जीवनसाथी मान लिया है यह आपके पास सब कुछ होते हुए प्रेम की कमी है विवाह में बाधा है यह शादी में अन्य कोई रुकावट है आ रही है परिवार राजी नहीं हो रहा है यह प्रेमिका के घर वालों की तरफ से कोई रुकावट है तो उसके लिए कुछ टोटकों का उपयोग करना चाहिए आपको अवश्य लाभ होगा तथा आपकी शादी एवं प्रेम की अवश्य प्राप्ति होगी तथा जीवन में सदैव खुशियों का बास रहेगा ।

मनचाहा प्रेम प्राप्ति के उपाय

  • यदि आप किसी से प्रेम करते हैं तो इस बात का ध्यान रखना चाहिए की हर काम आपको संयम से करना चाहिए जिससे उसका उत्तम फल मिले
  • अपने प्रेम की प्राप्ति के लिए सदैव ईश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए तथा बड़ों का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए दुआओं में काफी असर होता है और इन्हीं दुआओं से आप अपने प्रेम की प्राप्ति कर सकते हैं तथा अपना जीवन अपने प्रेम के साथ निर्वाह कर सकते हैं
  • अपने प्रेम की प्राप्ति के लिए आपको भगवान कामदेव और रति की साधना करनी चाहिए क्योंकि कामदेव को प्रेम का देवता माना जाता है और वह आपकी सभी इच्छाएं पूर्ण करेंगे और मनवांछित प्रेम प्राप्त करवाएंगे।
  • अपने जीवन के प्रेम को प्राप्त करने के लिए भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए सुबह स्वच्छ होकर स्नान कर शिव मंदिर जाकर भगवान शिव पर बेलपत्र और जल अर्पित करने से मनवांछित इच्छाओं की पूर्ति होती है
  • अपने प्रेम को प्राप्त करने के लिए आपको इंद्र देवता अग्नि देवता चंद्र देवता की उपासना कर सकते हैं यह आपके प्रेम को प्रदान करेंगे
  • यदि आप किसी से प्रेम करते हैं और उसको अपना जीवनसाथी बनाना चाहते हैं तो आपको देवी दुर्गा जी की आराधना करनी चाहिए और उनका सिंगार करना चाहिए इससे मां दुर्गे प्रसन्न होकर आपको मनवांछित फल देंगी तथा सुख शांति प्रेम की तत्काल पूर्ति होगी
  • यदि आप किसी से प्रेम करते हैं तो रोज सुबह स्नान कर स्वच्छ हो कर सफेद वस्त्र धारण कर सफेद आसन बिछाकर कृष्ण जी के मंत्र का जाप करना चाहिए भगवान कृष्ण आपकी संपूर्ण इच्छाओं की पूर्ति करेंगे और आपके प्रेम को आप को प्राप्त करवाएंगे

मंत्र-

ॐ क्लीं कृष्णायः गोपीजनः बल्लभायः स्वाहः

  • प्रेम प्राप्ति के लिए सुबह स्नान कर स्वच्छ होकर भगवान कृष्ण के मंदिर में जाना चाहिए और भगवान कृष्ण के चरणों में बांसुरी अर्पित करनी चाहिए ऐसा करने से आपको आपका प्रेम स्वतः ही आप के पास आ जायेगा
  • अपने प्रेम को आजीवन अपने समीप रखने के लिए आपको कृष्ण जी के मंदिर में पान अर्पण करना चाहिए ऐसा करने से आपके प्रेम में वृद्धि होगी तथा प्रेम अजीवन साथ रहेगा ।
  • आप अपने प्रेम को प्राप्त करने के लिए मां दुर्गे की शरण में जा सकते हैं और माता रानी के मंदिर में सुबह स्नान कर स्वच्छ होकर लाल झंडा अर्पित कर और 108 बार मोहनी मंत्र जप कर अपने प्रेम की प्राप्ति कर सकते हैं

मंत्र-

ॐ नमोहः मोहिनी महामोहिनी अमृतः वासिनी स्वाह

  • अपने प्रेम की प्राप्ति के लिए एवं शीघ्र विवाह के लिए आपको गोमेद धारण करना चाहिए गोमेद को आप अपने गले में धारण कर सकते हैं इससे आपको अवश्य लाभ होगा
  • प्रेम विवाह करने के लिए एवं अति शीघ्र अपने प्रेम को प्राप्त करने के लिए आपको चांदी में मोती की अंगूठी पहननी चाहिए जिससे आपका प्रेम में बढ़ोतरी होगी एवं शीघ्र विवाह होगा
  • प्रेम विवाह करने के लिए या अपने प्रेम में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए अपने हाथ में हीरा अथवा जर्कन का आभूषण धारण करना चाहिए इससे अवश्य लाभ होता है ।
  • प्रेम में सफलता के लिए तथा अपने प्रेम से सदैव जुड़े रहने के लिए एवं प्रेम विवाह के लिए नीलम की अंगूठी को पहनना चाहिए इससे आपको के प्रेम में सफलता मिलती है एवं सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है
  • प्रेम में सफलता के लिए एवं मनचाहा प्रेम प्राप्त के लिए आप को सुबह स्नान कर शुद्ध हो कर मंदिर जाकर शहद से भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना चाहिए ऐसा करने से मनचाहा प्रेम की प्राप्ति होती है एवं प्रेम प्रसंगों में वृद्धि होती है ।
  • मनचाहे प्रेम को प्राप्त करने के लिए एवं मनचाहे वर को प्राप्त करने के लिए कन्याओं को सोलह सोमवार का व्रत नियम व तरीके से रहना चाहिए ऐसा करने से योग्य वर की प्राप्ति होती है एवं जीवन भर अथक प्रेम बना रहता है ।
  • इंद्राणी की पूजा करने से आपको आपके प्रेम की प्राप्ति हो सकती है तथा जीवन में सुख संपत्ति सदैव बनी रहती है सुबह स्नान कर 108 बार इस मंत्र को जपने से आपके प्रेम में वृद्धि होगी तथा जीवन भर प्रेम का साथ रहेगा

मंत्र-

ॐ देवेंद्राणी विवाहं भाग्यमारोग्यमः स्वहः
रूठे प्रेम को पुनः प्राप्त करने का उपाय –

यदि आपके प्रेम में फूट पड़ गई हो तो अपने प्रेम को पुनः प्राप्त करने के लिए भैरव जी की आराधना करनी चाहिए तथा सुबह स्नान कर स्वच्छ होकर मंदिर जाकर भैरव देवता को मीठी रोटी का प्रसाद अर्पित करना चाहिए तथा उसके बाद भैरव जी के मंत्र का जाप करना चाहिए ऐसा करने से आपको आपके प्रेम की प्राप्ति होगी एवं भैरव देवता को मीठी रोटी का प्रसाद बना कर अर्पित करें

मंत्र –

ॐ ज्लौमः रहौं क्रोमः उत्तरनाथ भैरवाय स्वाहः

  • सुंदर सुशील वर प्राप्ति के लिए यह अपने प्रेम को पुनः प्राप्त करने के लिए माता गौरी को सिंगार की वस्तुएं चढ़ानी चाहिए तथा मन्नत मांगते हुए चुन्नी को मंदिर में बांधना चाहिए ऐसा करने से आपकी इच्छा पूर्ति होंगी एवं धन लाभ होगा ।
  • अपने प्रेम को प्राप्त करने के लिए यार रुठे हुए प्रेम को पुनः मनाने के लिए मोहनी मंत्र का सुबह स्नान कर स्वच्छ होकर सफेद वस्त्र धारण कर सफेद आसन पर बैठकर जाप करने से प्रेम की पुनः प्राप्ति होती है

मंत्र-

ॐ नमोहः मोहिनी महामोहिनी अमृतः वासिनी स्वाह:

Kamdev Stri Vashikaran Mantra Sadhana For Love

Kamdev Stri Vashikaran Mantra Sadhana For Love

विष्णु और लक्ष्मी के पुत्र कामदेव हिन्दू धर्म शास्त्र में प्रेम के देवता माने जाते हैं| अत्यंत रूपवान कामदेव की पत्नी रति हैं| लौकिक जीवन में यदि कामदेव का अस्त्र सक्रिय न हो तो संभवतः सृष्टि का अंत हो जाए| काम से वशीभूत होकर ही मनुष्य अपने विपरीतलिंगी की ओर आकर्षित होता है, समागम करता है और वंश में वृद्धि करता है| यहाँ यह विचारणीय है कि इसे मात्र यौन सम्बन्ध के अर्थ में न लिया जाए क्योंकि इस धरती पर सभी जीव जंतु यौन सम्बन्ध बनाते हैं और वंश वृद्धि करते हैं, एक मात्र मनुष्य ही वह प्राणी है जो प्रेमासक्त होकर साथी के साथ समागम करता है, तदुपरांत उसके प्रति और प्रेम के प्रतिफल के रूप में जन्म लेने वाली संतान के प्रति जीवन पर्यंत दायित्व बोध करता है| बोलचाल की भाषा में ‘सेक्स की इच्छा’ को ‘कामेच्छा’ कहा जाता है, कई स्थानो पर काम-वासना युग्म शब्द के रूप में भी इस्तेमाल होता है परन्तु यह कामदेव और उनके प्रेमिल स्वरूप को सीमित कर देना हुआ| इस अर्थ में कहा जा सकता है कि एक बलात्कारी भी काम से वशीभूत होकर अपराध करता है जबकि यह ‘काम’ शब्द का अतिरेक प्रयोग है| कामासक्त व्यक्ति प्रेम से रहित नहीं हो सकता|

कामदेव स्त्री वशीकरण मंत्र साधना फॉर लव

अस्तु, कई दम्पत्ति के जीवन में सब कुछ ठीक होते हुए भी उनका शयनकक्ष अशांत रहता है, उनके बीच दैहिक सम्बन्ध कभी कभार ही स्थापित हो पाते हैं| ऐसे में साथी को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए विद्वानों ने ऐसे कई वशीकरण मंत्र को सिद्ध किया जिसकी साधना से युगल का जीवन आनद से भर जाता है|

कामदेव वशीकरण मंत्र साधना

  • यह साधना अत्यंत प्रभावोत्पादक है|
  • शुक्रवार के दिन ब्रम्ह मुहूर्त में स्नान करें, नित्य पूजा संपन्न करें|
  • तत्पश्चात लाल रंग आसन पर बैठकर अंजुली में गंगाजल लेकर संकल्प लें
  • जाप संख्या (कम से कम 21 हजार) तथा प्रयास अथवा प्रेयसी का नाम, उद्देश्य आदि उचारित करते हुए संकल्प क्रिया संपन्न की जा सकती है|
  • अब सुगन्धित अगरबत्ती जलाएं, लोबान गुगुल का धूप दें व पचरंगी मिठाई भोग लगाने के लिए रखें|

अब निम्नलिखित मंत्र का जाप करें –

ओम नमो काम देवाय सहकल सहदृश सहमसह वन्हे
धुनन जनममदर्शनम उत्कंठितम
कुरु कुरु. दक्ष दक्षु धरः कुसुम बाणेनः हनः हनः स्वाहा |

एक दिन में 21 हजार मंत्र का जाप संभव नहीं है इसलिए थोडा थोड़ा बाँट लें तथा 21 दिन में या 11 दिन में संपन्न करें| 21 हजार जाप पूर्ण होते ही हवन कार्य संपन्न करें व ब्राम्हण भोजन करवाएं| इसके बाद यह मंत्र सिद्ध हो जाता है| मंत्र एक शक्ति है, एक बार में 21 हजार जाप से यह नहीं समझना चाहिए कि अब हो गया बल्कि एक माला नित्य जाप करते रहना चाहिए| जिस प्रकार किसी इलेक्ट्रोनिक वस्तु को हम चार्ज करते हैं उसी प्रकार मंत्रो को भी सिद्ध हो जाने के बाद भी निरंतर चार्ज करना पड़ता है ताकि उनकी शक्ति बनी रहे| अब जिसे वशीभूत करना है उसे इसी मंत्र से अभिमंत्रित जल अथवा कोई खाद्य पदार्थ खिला दें| कुछ ही दिन में वह आपमें रूचि लेने लगेगा| इसके पीछे एक कारण और है| कामदेव की साधना करने वाले का व्यक्तित्व अप्रतिम आभा से जगमगा उठता है| उस पर नज़रें नहीं ठहरती| विपरीत लिंगी उसे देखते ही उसके मोहपाश में बंध जाता है| ऐसे में खुद पर नियन्त्र एक महत्वपूर्ण विषय हो जाता है| कामदेव को सिद्ध किया हुआ व्यक्ति अगर लम्पट बन जाए तो उसकी शक्ति धीरे धीरे क्षीण होती चली जाएगी| कृष्ण कामदेव के अवतार माने जाते हैं, उनकी हज़ारों प्रेयसियां थीं लेकिन वह लम्पट नहीं थे बल्कि उन्हें योगीराज भी कहा जाता है| इसलिए यह सिद्ध होते ही विषय वासना पर नियंत्रण करना भी सीखना होगा और जिसके लिए यह साधना संपन्न किया उसके प्रति दायित्व वहन करने की भावना भी रखनी होगी तभी इसकी सार्थकता है|

कामदेव वशीकरण टोटके

  • जिस स्त्री को अपने प्रति आकृष्ट करना चाहते हैं उसके अन्तः वस्त्र का कोई टुकडा लें
  • अब उस पर लाल रंग की स्याही से उसका नाम लिख दें|
  • कुछ दिन उसे अपने अंग से सटाकर रखें फिर उसे जला दें|
  • जलाने के बाद उसका रख जमीन में दबा दें |
  • जब तक वह राख जमीन के अन्दर रहेगी तब तक वह स्त्री आपके वश में रहेगी|
  • नित्य स्नान के बाद पूजा के उपरान्त सफ़ेद गुंजा घिस लें और तिलक लगाएं|
  • तिलक लगाकर सबसे पहले उस स्त्री के सम्मुख जाएं जिसे आप वश में करना चाहते हैं|
  • लगातार सात दिनों तक ऐसा करने से वह आपकी तरफ आकर्षित हो जाएगी|
  • धतूरे का बीज प्याज और बिजौरे की जड़ एक साथ मिलाकर पीस लें|
  • अब अवसर पाते ही पीसी हुई सामग्री उसे सुंघा दें जिसे आकर्षित करना चाहते हैं|
  • वह वशीभूत हो जाएगा|
  • किसी जानकार के साथ बैठकर बीजमंत्र ‘ह्रीं’ की साधना करें|
  • यदि स्वयं ऐसा करना संभव न हो तो ऐसे किसी व्यक्ति को तलाशे जो इस बीज मंत्र का साधक हो|
  • उससे प्रियंगु और राई अभिमंत्रित करवा लें, अब अवसर पाते ही अभिमंत्रित सामग्री प्रिय पात्र के ऊपर डाल दें|
  • वह वशीभूत हो जाएगी|
  • अपने हाथों से एक सुन्दर सी गुडिया बना लें,
  • उसके पेट पर उस स्त्री का नाम लिखें|
  • सवा महीने तक उसे अपने साथ लेकर सोयें व एकांत में प्रेमालाम करें|
  • इस दौरान बार बार उसका नाम लें|
  • सवा महीने के बाद अवसर पाते ही वह गुडिया उस स्त्री को दिखाएं|
  • यह दिखाना अनायास होना चाहिये ज्सिमे वह देख लें, जानबूझकर दिखाने से वह आपकी नियत पर शक करेगी|
  • इसलिए परिस्थिति निर्मित करें जिसमे वह देख ले|
  • यह एक अचूक टोटका है|
  • गुडिया देखते ही वह आपसे प्रेम कर बैठेगी|
  • चमेली का फूल, नागकेसर, सिन्दूर, तगर और घी मिलाकर पीस लें और किसी शीशी में भरकर रख लें|
  • अब नित्य इससे तिलक लगाकर उस स्त्री के सम्मुख जाएं वह वशीभूत हो जाएगी|

अंत में यह अवश्य ध्यान रखें कि वशीभूत करने का अर्थ किसी को दासी बनाना या उसका यौन उत्पीडन करना नहीं है| यदि वह स्त्री वशीभूत हो जाती है तो उससे प्रेम करे व यथोचित सम्मान दें, इसके बाद किसी टोटके की जरुरत ही नहीं पड़ेगी| वह प्रेम के वश में हो जाएगी|