Jane Apki Kundali Mai Sarkari Nokri Ka Yog hai

Jane Apki Kundali Mai Sarkari Nokri Ka Yog hai

हर कोई अपने करियर को ब्राइट बनाने के लिए सरकारी नौकरी की तैयारी करता है। एक सफल इंसान उसे ही माना जाता है, जिसके पास सरकारी नौकरी हो। सरकारी नौकरी करने वाले लोगों के जीवन में कभी भी कोई परेशानी नहीं आती क्योंकि वह अपनी लाइफ में सैटल हो जाते हैं। जबकि प्राइवेट नौकरी करने वाले लोगों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सरकारी नौकरी कड़ी मेहनत करने के बाद मिलती है लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके भाग्य में सरकारी नौकरी नहीं होती और मेहनत करने के बावजूद भी उन्हें अच्छा परिणाम नहीं मिल पाता। जो भी हमारे भाग्य या हमारी कुंडली में लिखा होता है वहीं मिलता है। सरकारी नौकरी भी भाग्य से ही मिलती है। कुंडली के माध्यम से पता लगाया जा सकता है कि भाग्य में सरकारी नौकरी है कि नहीं है। आज हम आपको जन्म कुंडली में नौकरी के योग के बारे में बताने जा रहे हैं, आइए जानते हैं

यदि आपके कुण्डली में चंद्रमा और सूर्य की अच्छी तरह से मिलन होने से आपको सरकारी नौकरी पाने की संभावना बढ़ती हैं। जन्म की तारीख से एक सरकारी नौकरी की भविष्यवाणी ​​निर्धारित करने के लिए सही उपकरण हो सकती है कि क्या आपके पास सरकारी नौकरी का योग है। आपकी कुंडली आपके द्वारा प्राप्त की जाने वाली नौकरी को दर्शाती है और यहाँ हम जन्म तिथि से ऑनलाइन नौकरी के बारे में चर्चा करेंगे। भारत में हमेशा सरकारी नौकरी पाने का क्रेज रहता है और यह आपके शुरुआती दिनों से ही काम करता है। यदि आपकी कुंडली में नौकरी है, तो यह निर्धारित करने में आपका ज्योतिष एक बड़ी भूमिका निभाता है, इसलिए आइए हम उन कारकों का पता लगाते हैं जो ज्योतिष के माध्यम से सरकारी नौकरी पाने की आपकी संभावनाओं को प्रभावित करते हैं।

मनुष्य के जीवन की सफलताएं उसकी जन्मकुंडली की आधार पर निर्धारित होती है। जिसमें शिक्षा, जॉब, लगन व अन्य शामिल होती हैं।

  • जन्मकुंडली के दसवें स्थान एवं छठे भाव में जॉब के योग बनते हैं। यदि मनुष्य के जीवन में सरकारी नौकरी का योग बनता है तो इसका आकलन जन्मकुंडली के दसवें स्थान और छठे भाव में देखा जाता है। इस स्थान पर सूर्य, मंगल या ब्रहस्पति की दृष्टि यदि पड़ती है तो सरकारी नौकरी का जो प्रबल हो जाता है। लेकिन दसवें स्थान के छठे भाव के सूर्य, मंगल ब्रहस्पति पर किसी पाप ग्रह (अशुभ ग्रह) की दृष्टि पड़ती है तो मनुष्य को संघर्ष और दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए आवश्यक है जातक अशुभ ग्रह के प्रकोप से बचा रहे।
  • जातक की जंग कुंडली में यदि लगन का शुभ अवसर में मेष, मिथुन, सिंह, वृश्चिक, वृष या तुला है तो ऐसे में शनि ग्रह और गुरु (वृहस्पति) का एक-दूसरे से केंद्र या त्रिकोण में होना एक शुभ संकेत है।
  • जन्मकुंडली में सरकारी नौकरी का संजोग चन्द्रमा, ब्रहस्पति एक साथ होने से भी बनता है।वहीं इसी तरह चन्द्रमा और मंगल भी अगर केन्द्रस्थ हैं तो सरकारी नौकरी की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
  • जातक की जंग कुंडली में दसवें घर के बदलाव अथवा एक या उससे अधिक किसी शुभ ग्रह का जब प्रभाव पड़ता है, तो उससे जीवन में लक्ष्य प्राप्ति होती है। और करियर के संबंध में बड़ी सफलताएं अर्जित होती हैं। वह ठीक इसके विपरीत दसवें घर एक या एक से अधिक अशुभ ग्रह की कुदृष्टि से जातक जीवन और कैरियर में विफल हो सकता है।

सरकारी नौकरी के लिए कुंडली में निम्न योगों का होना शुभ माना जाता है

  • हों की स्थिति के अनुसार मनुष्य को शुभ और अशुभ फल मिलते हैं। जिसके जीवन में सब ग्रह शुभ परिणाम देते हैं। उसके भाग्य में सरकारी नौकरी भी लिखी होती है। कुंडली में पूरे 12 भाव होते हैं जिसमें दसवां भाव ऐसा होता है। जो कार्य क्षेत्र के लिए जाना जाता है। इस भाव में ही सरकारी नौकरी के योग को देखा जाता है।
  • दसवें भाव में ग्रहों की स्थिति के अनुसार, आकलन किया जाता है कि जातक को सरकारी नौकरी मिलेगी कि नहीं मिलेगी। जब जातक की कुंडली में सूर्य, मंगल, बृहस्पति की शुभ होती है तो सरकारी नौकरी मिलने की पूरी संभावना होती है।
  • उसी के विपरीत यदि इन तीनों ग्रह सूर्य, मंगल और बृहस्पति पर किसी पाप ग्रह की अशुभ दृष्टि पड़ जाती है तो जातक को सरकारी नौकरी पाने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और जातक के जीवन में सरकारी नौकरी का योग समाप्त हो जाता है।
  • यदि कुंडली के पहले नौवें और दसवें घर में शुभ ग्रहों की स्थिति हो तो जातक को 100% सरकारी नौकरी मिलती ही है।
  • सूर्य चंद्रमा और बृहस्पति तीनों ग्रह से गिरे हैं जो सरकारी नौकरी पानी में मदद करते हैं।
  • जब कुंडली के दशम भाव में सूर्य चंद्रमा और बृहस्पति बलवान होते हैं तो जातक को कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है।
  • जातक का लग्न, मेष, मिथुन, सिंह, वृश्चिक, वृष, तुला है तो ऐसे में शनि ग्रह और बृहस्पति का एक दूसरे के केंद्र या त्रिकोण में होना सरकारी नौकरी के लिए अच्छा योग माना जाता है।

सरकारी नौकरी पाने के लिए यदि दसवें घर में अशुभ ग्रह की स्थिति का पता चल जाए तो उसी के अनुसार ही ग्रहों की शुभ दृष्टि पाने के लिए स्पेशल पूजा कराई जाती है। उस पूजा के माध्यम से सरकारी नौकरी के प्रबल योग बन जाते हैं।

क्या मिलेगा आपको सरकारी नौकरी का सुख

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी जातक की कुंडली में पहले , चौथे, सातवे घर, तथा दसवे घर में से किसी भी एक घर में 1 या 5 नंबर की किनती लिखी हुई हो और उसके साथ यदि सूर्य हो तो ऐसे जातको की सरकारी नौकरी लगने की पूरी संभानाए होती है
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी जातक की कुंडली में पहले , चौथे, सातवे घर, तथा दसवे घर में से किसी भी एक घर में 4, 9 या 12 नंबर लिखा हुआ हो तथा उसके साथ गुरु हो तो ऐसे जातको की सरकारी नौकरी लगने की संभानाए होती है
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी जातक की कुंडली में पहले , चौथे, सातवे घर, तथा दसवे घर में से किसी भी एक घर में 1, 8 या 10 नंबर लिखा हुआ हो तथा उसके साथ मंगल ग्रह हो तो ऐसे जातको की सरकारी नौकरी लगने की संभानाए प्रबल होती है
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार उपर बताये गये तीनो नीयम में से कोई भी एक योग यदि कुंडली के सातवे घर में बन रहा हो तो ऐसे जातको की सरकारी नोकरी विवाह के बाद लगती है तथा यदि ये योग कुंडली के पहले घर में बन रहा हो तो ऐसे जातक बहुत ही कम उम्र में सरकारी नोकरी मिल सकती है !
  • यदि जातक की कुंडली के दसमें घर में सूर्य तथा मंगल गृह हो तो ऐसे जातक सरकारी नोकरी मिलने की संभंवाये रहती है!
  • यदि जातक की कुंडली के दसमें घर में सूर्य तथा गुरु गृह हो तो ऐसे जातक सरकारी नोकरी मिलने की संभंवाये रहती है!
  • यदि जातक की कुंडली के दसमें घर में गुरु तथा मंगल गृह हो तो ऐसे जातक को भी सरकारी नोकरी मिलने की संभंवाये रहती है!