Pati Ko Vash Mein Karne Ke Totke

जय माँ भद्रकाली, सभी पाठकों का एक बार फिर से स्वागत किया जाता है हमारी इस वेबसाइट में जिसमे हम आपको प्राचीन और वैदिक काल से जुड़े समय में होने टोटको और उपायों के बारे में बताएँगे! प्राचीन काल में टोटकों और उपायों द्वारा विभिन्न समस्याओं का समाधान किया जाता है परन्तु आधुनिक समय में तांत्रिक विधि और कर्मकांड केवल न के बराबर रह गए है क्यूंकि आज के समय में कोई भी व्यक्ति पश्चिमी सभ्यता के कुप्रभाव के कारण इन सब चीज़ों में विश्वास नहीं रखता है लेकिन तांत्रिक क्रियाओं और विधियों को विज्ञान ने भी स्वीकारा है उदाहरण के लिए “हिप्नॉटिज़्म ” जिससे हमारी हिंदी भाषा में वशीकरण कहा जाता है जिसके द्वारा कोई भी मनुष्य किसी भी मनुष्य के मस्तिष्क पर नियंत्रण करके उससे मनचाहा कार्य करवा सकता है, लेकिन अब प्रश्न यह बनता है की ऐसा कैसे हो सकता है?

इसी प्रश्न का उचित उत्तर जानने के लिए हमने प्राचीन ग्रंथो और रावण सहिंता के विस्तृत अध्ययन से एक ऐसी विधि को जाना है जिसके द्वारा आप किसी भी मनुष्य को अपनी तरफ खींच सकते है फिर हो चाहे आपके पति हो, बॉयफ्रेंड हो,सास हो, आपके बॉस हो, या कोई भी अन्य व्यक्ति ही क्यू न हो! इस विधि के निरंतर प्रयोग द्वारा आप किसी भी समस्या से बाहर निकल सकते है और वो भी समाज में रहते हुए बिना किसी को बताये! तो आइये जानते है वशीकरण की विधि के बारे में जिसकी सहायता से आप अपने पति को अपने नियंत्रण में ला सकती है!

वशीकरण की तांत्रिक विधि

आपको अमावस्या की ऐसी रात का इंतज़ार करना होगा जिसमे चन्द्रमा रात के समय में ना दिखे अर्थात अमावस्या की काली रात में ही इस टोटके को सम्पन्न किया जा सकता है! सर्वप्रथम आपको अपने पति के रुमाल को लेकर उस रुमाल पर गंगाजल व चन्दन की स्याही से इस मन्त्र को लिखना होगा

ॐ कालिके पातालगामी सर्वे च शमसानवासिने परिचुम्ब्यते मम सिद्धि कार्येषु फट स्वः

मंत्र लिखने के पश्चात आप उस रुमाल को अपने पति से शरीर से स्पर्श करवा दें और उस रुमाल को सूर्योदय से पूर्व किसी कीकर से वृक्ष के निचे गाड़ दें और उस स्थान से ऊपर एक सरसों के तेल का दीपक जला दें और वापिस अपने घर को आ जावे परन्तु यहाँ इस बात का ध्यान रखना है की आपको घर से निकलते समय और वापिस घर पे आते समय श्री हनुमान चालीसा का पाठ करना है ताकि किसी भी ऊपरी हवा या नकारात्मक ऊर्जा का आपके ऊपर प्रभाव न पड़ सके! इसके पश्चात आप ठीक ११ वे दिन रात्रि में उसी जगह पर जावे जहा आपने उस रुमाल को दफनाया था और उस रुमाल को वहाँ से वापिस अपने घर ले आवे और उस रुमाल को गंगाजल से धो कर अपने पति को वापिस दे देवे! आपके पति जैसे ही उस रुमाल को अपने साथ रखना शुरू करेंगे वैसे वैसे दिनों दिन वो आपके वश में होते जायेगे और जीवन भर के लिए आपके दास बन जायेंगे!

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